जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुलाकात के बीच ही राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल और गहलोत के “हनुमान ” धर्मेंद्र राठोड ने ने प्रेसवार्ता कर चेतावनी दी है कि यदि पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो हम सभी विधायक इस्तीफा दे देंगे। साथ ही यह भी कहा कि हम मध्यावधि चुनाव के लिए भी तैयार हैं। कल ही विधायक सोलंकी ने धर्मेंद्र राठौड़ को रजिस्टर्ड दलाल की संज्ञा दी थी। इसके बाद से ही राजनीति काफी गरमा गई थी। उसके बाद आज गहलोत समर्थक मेघवाल और आरटीडीसी चेयरमेन धर्मेंद्र राठौड़ ने एक होटल में प्रेसवार्ता कर पायलट खेमे पर जमकर आरोप लगाए। उन्होंने पायलट खेमे के विधायक वेद प्रकाश सोलंकी पर जिला प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस के दो वोट बीजेपी को डलवाने का षड्यंत्र रचने का भी आरोप लगाया। दोनों नेताओं ने वेद प्रकाश सोलंकी और सतीश पूनियां की मानसरोवर में हुई एक मुलाकात के फुटेज भी दिखाए। सोलंकी पर पलटवार करते हुए अब धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि दोनों की मुलाकात से यह साबित हो गया है कि कौन गद्दार है और कौन वफादार। उन्होंने कहा कि चाकसू के दो जिला परिषद सदस्य जैकी व एक अन्य सदस्य के वोट बीजेपी उम्मीदवार को दिलवाए। जिससे भाजपा की उम्मीवाद रमा चौपड़ा जिला प्रमुख बन गई। राठौड़ ने कहा कि इस पूरे मामले की रिपोर्ट चुनाव के पर्यवेक्षक गोविंद मेघवाल ने राजस्थान प्रभारी अजय माकन को भेजी। लेकिन, उस रिपोर्ट पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।