चूरू- (मनोज टांक)
भंवर लाल शर्मा के निधन के बाद सरदारशहर विधानसभा सीट को लेकर उपचुनाव को लेकर मतदान हो रहा है। यहां शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे. कांग्रेस के पास सहानुभूति है तो भाजपा और रालोपा के पास संघर्ष है जिसके दम पर वे जीत सकते है लेकिन फिलहाल यह मुश्किल है और संघर्ष पर सहानुभूति हावी हो रहा है।
सरदारशहर में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आरएलपी भी मैदान में है जिसके बाद चुनाव त्रिकोणीय होने की पूरी संभावना है.
सरदारशहर के उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के अलावा आरएलपी के नेताओं ने दावा है कि वो चुनाव जीत रहे हैं, मालूम हो कि कांग्रेस ने विधायक भंवर लाल शर्मा के बेटे अनिल शर्मा को टिकट दिया है. वहीं बीजेपी ने पूर्व विधायक अशोक पींचा (2008-13) को अपना उम्मीदवार बनाया है तो आरएलपी ने लालचंद मूंड को मैदान में उतारा है.
पौने तीन लाख से अधिक मतदाता
सरदारशहर विधानसभा सीट पर 2 लाख 89 हजार 843 मतदाता हैं जिनके लिए 295 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. मतदाताओं में 1,52,766 पुरुष और 1,37,077 महिला मतदाता हैं. इसके अलावा 498 सर्विस वोटर्स हैं, जिनमें से 488 पुरुष और 10 महिला मतदाता हैं. यहां 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हैं जिनमें बीजेपी, कांग्रेस और आरएलपी के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है.
वहीं मतदान के बाद ईवीएम और वीवीपेट को चूरू जिला मुख्यालय के पॉलिटेक्निक कॉलेज मतगणना केन्द्र के स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा जहां 8 दिसम्बर को प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा.
कांग्रेस के पास सहानुभूति फैक्टर
बता दें कि बीते दिनों चले चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के दौरान बढ़ते भ्रष्टाचार और अपराधों पर घेराव किया और जनता से वोट करने की अपील की.
वहीं, कांग्रेस ने पूर्व विधायक भंवर लाल शर्मा द्वारा क्षेत्र में करवाए गए काम और सहानुभूति को आगे रखकर वोट देने की अपील की है. इसके अलावा बेनीवाल की आरएलपी ने बीजेपी व कांग्रेस दोनों से इस क्षेत्र को मुक्त करवाने के नाम पर जन समर्थन जुटाने की कोशिश की.
कांग्रेस का पिछला रिकॉर्ड शानदार
वहीं राजस्थान में गहलोत सरकार के वर्तमान कार्यकाल में अब तक 7 विधानसक्षा क्षेत्रों में उपचुनाव हो चुके हैं जहां सहाड़ा, मंडावा, राजसमंद, खींवसर, सुजानगढ़, धरियावद और वल्लभनगर शामिल हैं. इन उपचुनावों में बीजेपी ने केवल राजसमंद की सीट पर जीत हासिल की है. वहीं आरएलपी ने खींवसर सीट जीती थी और बाकी 5 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी जिनमें सहाड़ा, राजसंमद, सुजानगढ़, धरियावद, वल्लभनगर शामिल है.