जोधपुर:- (मनोज टांक)
राजस्थान की सियासत में एक बार फिर अश्लील वीडियो कांड सामने आया है. हालांकि भारत जोड़ो यात्रा के चलते सूबे की सरकार के मुखिया ने इसे गम्भीरता से नहीं लिया है. हाल ही में कुछ दिनों पहले से सेक्सटॉर्शन के एक मामले में कांग्रेस के एक नेता के फंसने की खबरें सत्ता के गलियारों में जारी थी. इसी बीच सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक अश्लील वीडियो ने प्रदेश की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी में सनसनी फैला दी है. प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस सरकार को घेरना शुरू कर दिया है और इसे अपने ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर किया है. भाजपा का दावा है कि ये वीडियो राजस्थान के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सालेह मोहम्मद का है, ऐसे में बीजेपी ने मंत्री सालेह मोहम्मद को बर्खास्त करने की मांग की है.हालांकि इस सम्बंध में साले मोहम्मद से बात नहीं हो पाई है।
सेक्सटॉर्शन गैंग में फंसा गहलोत का दूसरा मंत्री…
इससे पहले इसी साल जनवरी महीने में मंत्री रामलाल जाट को सेक्स स्कैंडल में फंसाने की कोशिश हुई थी। इसका खुलासा जोधपुर पुलिस ने किया था। एक मॉडल के जरिए राजस्थान के राजस्व मंत्री रामलाल जाट को हनीट्रैप में फंसाने की साजिश रची जा रही थी।
बीजेपी बोली इस्तीफा दे मंत्री साले मोहम्मद…
राजस्थान बीजेपी ने मंत्री सालेह मोहम्मद के उस वायरल वीडियो को ट्वीट किया है और मंत्री का इस्तीफा मांगा है। ट्वीट में कहा गया है, अशोक गहलोत जी, ये कोई पहला मौका नहीं है, जब आपके मंत्री का किसी महिला के साथ आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो रहा है। क्या आप मंत्री सालेह मोहम्मद को बर्खास्त करेंगे या ‘वोट बैंक’ के लालच में छोड़ देंगे।
कौन हैं सालेह मोहम्मद…
सालेह मोहम्मद सिंधी मुसलमानों के धर्मगुरु गाजी फकीर के बड़े बेटे हैं। साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के शैतान सिंह ने कांग्रेस विधायक सालेह मोहम्मद को 34 हजार 444 वोटों से हरा दिया था। वहीं साल 2008 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सालेह मोहम्मद ने बीजेपी के शैतान सिंह को 339 मतों के मामूली अंतर से हराया था। हालांकि, साल 2018 में सालेह मोहम्मद ने 872 वोट से बीजेपी के महंत प्रताप पूरी को हराकर जीत हासिल की थी। अब सालेह मोहम्मीद सीएम अशोक गहलोत की सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
66 साल की उम्र में पहली बार मिला था मंत्री…
साल 2018 में जैसलमेर जिले में 66 साल में पहली बार कोई मंत्री बनाया गया था. जिले भर में खुशी की लहर दौड़ गई थी. साल 2018 में मुख्यमंत्री बनने के बाद अशोक गहलोत ने सालेह मोहम्मद को कैबिनेट मंत्री बनाया था. इसके पहले 14 विधानसभा गठित हुई थी, लेकिन एक बार भी जैसलमेर जिले से किसी को मंत्री बनने का अवसर नहीं मिला था. गहलोत ने पहली बार ही कैबिनेट मंत्री बना दिया था. सालेह मोहम्मद ने अपने दोनों चुनाव हजार वोटों के अंतर से जीता है.