चंडीगढ़ :- हरियाणा कांग्रेस की नेता और विधायक किरण चौधरी ने फिर से पूर्व CM और प्रदेश अध्यक्ष उदय भान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि पार्टी के एक धड़े को मुझसे परेशानी हो रही है। मेरे खिलाफ BJP में जाने की अफवाहें उड़ाई जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि तोशाम में कोई उप चुनाव नहीं होगा।
सबको यह परेशानी हो रही है कि मैं पूरे हरियाणा में घूम रही हूं और कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी समस्याओं को सुन रही हूं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो पदों पर बैठे होते हैं, यह जिम्मेवारी उनकी होती है कि वह सबको एक साथ भारत जोड़ो यात्रा में लेकर चलें।
दूसरे चरण में जरूर हिस्सा लूंगी
किरण चौधरी ने बताया कि राहुल गांधी की यात्रा के पहले चरण में 20 और 21 तारीख को मैं वहीं थी, लेकिन उसके बाद बीमार हों गयी। इसलिए मैं हिस्सा नहीं ले पाई। किरण ने कहा दूसरे चरण में जरूर हिस्सा लूंगी। राहुल गांधी की यात्रा के दूसरे चरण की तैयारी को लेकर संबंधित जिलों में कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करने की बात भी उन्होंने कही।
सत्र की कम अवधि पर जताई नाराजगी
हरियाणा विधानसभा सत्र को लेकर उन्होंने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शुरू में कहा गया सत्र लंबा चलेगा, लेकिन फिर तीन दिन ही अवधि तय कर दी। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा 14 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और अन्य प्रस्ताव दिए थे, लेकिन 2 प्रस्ताव ही लिए गए और एक प्रश्न पूछने का मौका मिला।
शराब मामलों में सरकार ने नहीं की कार्रवाई
उन्होंने कहा कि विधानसभा में जो हुआ बिल्कुल सही नहीं था। कल शराब के 7.5 लाख बॉक्स गायब होने का जो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगाया था, बाद में उसे रद्द कर दिया गया यह बिल्कुल भी संवैधानिक प्रक्रिया नहीं है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान भी शराब को लेकर कितने मामले आए, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा राजस्व को चपत लगाने की कोशिश की जा रही है।
विधानसभा का रहा ब्लैक डे
विधानसभा के अंदर शराब घोटाले के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिलने को किरण चौधरी ने ब्लैक डे बताया। उन्होंने कहा कि शराब के गोदामों में CCTV कैमरा, प्रोटोकॉल को फॉलो करना चाहिए। इसके अलावा जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाती है उनकी समयबद्ध तरीके से पोस्टिंग करनी चाहिए।
नहीं हो रहा इथेनॉल प्रोसीजर फॉलो
उन्होंने बताया कि हरियाणा में इथेनॉल प्रोसीजर फॉलो नहीं किया जा रहा है। ठेकों की फॉरेंसिक ऑडिट भी नहीं कराई जा रही है। प्रदेश में लगातार शराब तस्करी के मामले मिल रहे हैं। हमने इस मामले में CBI जांच की डिमांड करनी थी, लेकिन प्रस्ताव टेबल पर आने के बाद भी चर्चा नहीं करने दी गई।