अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 104 भारतीयों को डिपोर्ट कर बुधवार दोपहर अमृतसर लाया गया। अमेरिकी सैन्य विमान C-17 इन्हें लेकर एयरफोर्स एयरबेस पर उतरा। एयरपोर्ट पर उनकी वेरिफिकेशन जारी है, जिसके बाद इमिग्रेशन और कस्टम क्लियरेंस के बाद उन्हें पंजाब पुलिस को सौंपा जाएगा।
अभी और भारतीयों की वापसी बाकी
अमेरिका ने कुल 205 भारतीयों को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू की है, जबकि 186 लोगों की सूची भी सामने आई है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि बाकी लोग कब लौटेंगे।
अवैध प्रवासियों पर ट्रम्प प्रशासन का कड़ा रुख
यह पहली बार है जब अमेरिका ने डिपोर्टेशन के लिए सैन्य विमान का उपयोग किया है। ट्रम्प प्रशासन ने अवैध प्रवासियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कई देशों में डिपोर्टेशन अभियान चलाया है। अमेरिका अब तक ग्वाटेमाला, होन्डुरास, इक्वाडोर और पेरू के अवैध प्रवासियों को देश से निकाल चुका है। भारत पांचवां देश है जहां से लोगों को वापस भेजा गया है।
अधिकतर डिपोर्टी हरियाणा, गुजरात और पंजाब के
लौटे लोगों में हरियाणा और गुजरात से 33-33, पंजाब से 30, महाराष्ट्र से 3, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ से 2-2 लोग शामिल हैं। इनमें कुछ परिवार और 8-10 साल के बच्चे भी हैं। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के लोगों को बस से भेजा जाएगा, जबकि अन्य को हवाई मार्ग से घर पहुंचाया जा सकता है।
पंजाब पुलिस ने डिटेंशन सेंटर नहीं बनाया
पंजाब पुलिस के अनुसार, डिपोर्ट किए गए लोगों में कोई बड़ा अपराधी नहीं है, इसलिए उन्हें डिटेन करने का आदेश नहीं दिया गया है। फिलहाल, वेरिफिकेशन और कस्टम क्लियरेंस के बाद इन्हें घर भेजने की संभावना है।
अमेरिकी सरकार के आंकड़े क्या कहते हैं?
अमेरिका में इस समय 17,940 भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं। इमिग्रेशन मामलों की लंबी प्रक्रिया के कारण कई लोग कानूनी जटिलताओं में फंस गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका में भारतीयों की अवैध घुसपैठ में 94% की गिरावट आई है।
वहीं, 2023 में अमेरिका ने 3,86,000 H-1B वीजा जारी किए थे, जिनमें से तीन-चौथाई भारतीय नागरिकों को मिले।