जयपुर:-एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक कर पास हुए 14 प्रशिक्षु एसआई को एसओजी ने कोर्ट में पेश किया। एसओजी ने कोर्ट से सभी आरोपियों की 9 दिन की रिमांड मांगी थी,लेकिन कोर्ट ने 6 दिन की रिमांड दी।
सभी आरोपियों की 6 दिन की रिमांड पूरी होने के बाद एसओजी की टीम पहले 6 महिला ट्रेनी एसआई को कोर्ट लेकर पहुंची। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
मामले में गिरफ्तार एसआई चंचल विश्नोई की मां अपनी 3 महीने की नातिन के साथ कोर्ट में मौजूद रहीं। महिला एसआई को कोर्ट में पेश करने के बाद 8 पुरुष एसआई को भी कोर्ट में पेश किया गया।
पिछली सुनवाई में महिला और पुरुष एसआई से कोर्ट में हुई मारपीट के चलते इस बार सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई।
जगदीश विश्नोई ने पूछताछ में किया था खुलासा
29 फरवरी को एसओजी की गिरफ्त में आए JEN भर्ती पेपर लीक के मास्टरमाइंड जगदीश विश्नोई (41) से हुई पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थी। जगदीश ने बताया था कि एसआई भर्ती 2021 में भी तमाम कैंडिडेट्स को पेपर उपलब्ध कराए थे। जांच करने पर आरपीए में ट्रेनिंग कर रहे सब-इंस्पेक्टर (एसआई) संदिग्ध पाए गए। उनके दस्तावेजों की जांच शुरू की गई और फिर उनको पकड़ा गया।
जयपुर में एसओजी ने इन 14 एसआई के शैक्षणिक दस्तावेजों की प्रारंभिक जांच की तो डिग्रियों के रिकॉर्ड में हेरफेर होना पाया है। ऐसे में एसओजी ने 40 एसआई को चिह्नित किया, इनमें से 23 एसआई की डिग्रियां फर्जी मिली हैं। अब एसओजी अन्य दस्तावेजों की भी जांच कर रही है। वहीं एफएसएल की टीम ने गिरफ्तार 14 एसआई के हस्ताक्षर व हैंड राइटिंग के नमूने लिए। जयपुर में जांच के दौरान सभी से खुद के 32 हस्ताक्षर करवाने के साथ पैराग्राफ लिखवाया गया।
जिन प्रशिक्षु उप निरीक्षक (SI) की गिरफ्तारी हुई है उनमें नागौर के पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश गोदारा का बेटा भी है। गिरफ्तार एसआई करणपाल गोदारा की 22वीं रैंक थी। बेटे की गिरफ्तारी के दिन से ओमप्रकाश अवकाश पर है।