नई दिल्ली:-वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि 2014 में घरेलू LPG कनेक्शन 14.5 करोड़ थे, जो अब 31.4 करोड़ हो गए हैं। यानी बीते 9 सालों में 16.9 करोड़ LPG कनेक्शन बढ़े हैं। वहीं पीएम किसान योजना के तहत 11 करोड़ लाभार्थियों को सहायता दी जा रही है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान वित्त मंत्री देश की अर्थव्यवस्था के बारे में जानकारी दे रही थीं।
सीतारमण की स्पीच की 5 बड़ी बातें:
1. भारत की इकोनॉमी दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ी
वित्त मंत्री ने कहा- भारत की दूसरी तिमाही की ग्रोथ (7.6%) दुनिया में सबसे ज्यादा है। हमने फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनॉमी के मोमेंटम को मेंटन करके रखा है।
इसी तिमाही में तीसरी और चौथी इकोनॉमी सिकुड़ी है। जर्मनी 0.4% और जापान की इकोनॉमी 2.1% सिकुड़ी है। इमर्जिंग इकोनॉमी में वियताम 5.33%, मलेशिया 3.3% और थाईलैंड भी 1.5% की दर से ही बढ़ पाया है। भारत इनसे कही आगे है।
2. 2014 में भारत 10वीं बड़ी इकोनॉमी था, अब 5वें नंबर पर
वित्त मंत्री ने कहा कि 2014 में भारत 10वीं बड़ी इकोनॉमी था, जो 8 साल में 5वीं बड़ी इकोनॉमी बन गई। इकोनॉमी में सभी सेक्टर ने अच्छा परफॉर्म किया है। सर्विस सेक्टर के अलावा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर भी GDP में कॉन्ट्रीब्यूट कर रहा है।
Q2 में 13.9% की हाईएस्ट ग्रोथ दर्ज की है। सीतारमण ने बताया कि पिछले साल भारत दुनिया का दूसरा बड़ा मोबाइल मैन्युफैक्चरर था। भारत ने 10 बिलियन डॉलर यानी करीब 83 हजार करोड़ रुपए के मोबाइल एक्सपोर्ट किए। पैसेंजर व्हीकल का एक्सपोर्ट भी बढ़ा है।
3. ग्लोबल मीडिया में भी इंडियन इकोनॉमी की तारीफ
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर मोदी सरकार की प्राथमिकता रही है। ग्लोबल मीडिया में इसकी सराहना की गई है, जो आमतौर पर भारत की सराहना नहीं करता है। उन्होंने मीडिया में पब्लिश एक बयान पढ़कर सुनाया।
इसमें लिखा था- ‘प्रधानमंत्री मोदी के चीन से आगे निकलने और भारत के इकोनॉमिक मॉडल को कंजप्शन के बजाय मैन्युफैक्चरिंग से संचालित मॉडल में बदलने के प्रयास इंफ्रास्ट्रक्चर और हेवी इंडस्ट्रीज कंपनियों के लिए प्रतिकूल स्थिति पैदा कर रहे हैं’। उन्होंने कहा- इंडियन इकोनॉमी पर नजर रखने वालों का यह अवलोकन भारत के विकास के बारे में बहुत कुछ कहता है।
4. हम दाल, दूध चीनी के सबसे बड़े उत्पादक
भारत दूध, दाल, जूट और चीनी का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है। इसके अलावा रियल टाइम में सबसे ज्यादा डिजिटल भुगतान भारत में होता है। भारत का अमेरिकन सुपर मार्केट में एक्सपोर्ट 44% बढ़ा है, वहीं चीन का 10% घटा है।
नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में भी बढ़त देखी गई है। ये इस साल 9 नवंबर तक ये 10.60 लाख करोड़ हो गया है। इसमें सालाना आधार पर 21% की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
5. 2014 में 14.5 करोड़ LPG कनेक्शन थे, अब 31.4 करोड़ हो गए
राजीव गांधी ग्रामीण LPG वितरण योजना में 1 जून 2014 तक 5.82 लाख बेनेफिशियरी थे। उस समय सिलेंडर के लिए ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को डिपॉजिट करना पड़ता था। अभी सिलेंडर फ्री है, कनेक्शन फ्री है, डिपॉजिट भी नहीं करना पड़ता।
उज्जवला स्कीम के आने से 2021 तक 99.8% हाउस होल्ड कवर हो गए। अभी उज्जवला के 9.8 करोड़ बेनेफिशियरी है। 2014 में उज्जवला समेत डोमेस्टिक LPG कनेक्शन 14.5 करोड़ थे। अब 31.4 करोड़ डोमेस्टिक LPG कनेक्शन है।
इस बजट में कोई बड़े ऐलान नहीं होंगे
इससे पहले कन्फेडेरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (CII) के ग्लोबल इकोनॉमी पॉलिसी फोरम में वित्त मंत्री सीतारमण ने एक सवाल के जवाब में कहा कि फरवरी में पेश होने वाला बजट वोट ऑन अकाउंट होगा। जैसे कि हमेशा से परंपरा रही है, इसमें कोई बड़े ऐलान नहीं होंगे।
उन्होंने कहा- ‘हम चुनावी साल में चल रहे हैं, जो बजट सरकार पेश करेगी वो सिर्फ सरकार के खर्चों के लिए होगा, जबतक कि नई सरकार नहीं बन जाती है। हमें फुल बजट के लिए जुलाई तक का इंतजार करना होगा।’