जयपुर :- शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने बताया कि राज्य सरकार युवाओं के सुरक्षित भविष्य के लिए पारदर्शिता से प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित करा रही है। अभी तक 1.35 लाख से अधिक नौकरियां दी जा चुकी हैं। वहीं, लगभग 1.25 लाख प्रक्रियाधीन हैं और एक लाख से अधिक भर्तियां जल्द जारी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि भर्तियों के साथ ही पेपर लीक करने वाले गिरोह भी पनप रहे हैं, उन्हें रोकने और सख्त कार्रवाई के लिए राजस्थान विधानसभा में कानून पारित किया गया है।
डॉ. कल्ला ने बताया कि शनिवार को राजस्थान लोक सेवा आयोग के वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा में सामान्य ज्ञान की परीक्षा ऐतिहातन निरस्त की गई है। इससे मेहनती परीक्षार्थियों को जरूर बड़ी असुविधा हुई है, लेकिन अनुचित तरीके से पेपर लीक करने वालों को गिरफ्तार किया है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस परीक्षा के पेपर लीक में शामिल 46 अभ्यार्थियों पर आरपीएससी ने भविष्य में ली जाने वाली समस्त परीक्षाओं से सदैव के लिए प्राथमिक तौर पर विवर्जित (डिबार) किया है। साथ ही, राज्य सरकार द्वारा प्रकरण में शामिल 4 सरकारी कर्मचारियों में प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार, वरिष्ठ अध्यापक रावताराम, कनिष्ठ सहायक पुखराज और द्वितीय श्रेणी अध्यापक भागीरथ को निलंबित भी किया गया है। इस निर्णय से ऐसे लोगों में भय पैदा होगा।
अभी तक 237 आरोपी गिरफ्तार
डॉ. कल्ला ने बताया कि राजस्थान पुलिस द्वारा पेपर लीक प्रकरणों में जनवरी, 2019 से 24 दिसंबर, 2022 तक 237 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कुल 14 प्रकरणों में से 7 में पूर्ण चालान पेश किया गया है। इन 237 आरोपियों में शनिवार को गिरफ्तार 46 भी शामिल हैं।