उज्जैन :- मध्यप्रदेश में उज्जैन के महाकाल लोक से 5G सेवा की शुरुआत हो गई है। सीएम शिवराज सिंह ने त्रिवेणी संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम में जियो की इस सेवा का आगाज किया। फिलहाल ये सुविधा सिर्फ महाकाल लोक (महाकाल मंदिर परिसर) में ही मिलेगी।
यहां वाईफाई के जरिए 1 GB तक 5G नेटवर्क का फ्री लाभ मिल सकेगा। सीएम शिवराज ने कहा कि अगले महीने से इंदौर में भी 5जी सेवा की शुरुआत हो जाएगी।जियो कंपनी ने महाकाल मंदिर, प्रशासनिक कार्यालय, महाकाल लोक और सरफेस पार्किंग तक जियो के टावर इंस्टॉल किए हैं, जिससे यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को 5G सर्विस का सीधा फायदा मिलेगा।
इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में आज क्रांति का दिन है। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और जियो कंपनी के अफसर मौजूद रहे। कंपनी का दावा है कि 30 दिन के अंदर इंदौर में भी जियो ट्रू 5जी सेवाओं को शुरू करने की तैयारी चल रही है।
महाकाल लोक प्रदेश का ट्रू 5जी और जिओ ट्रू5जी पावर्ड वाई-फाई कॉरिडोर बन गया है। कार्यक्रम के दौरान कंपनी ने जियो कम्युनिटी क्लिनिक और एआर-वीआर डिवाइस जियो ग्लास का डेमो भी दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एआर-वीआर डिवाइस को यूज किया।
उन्होंने कहा कि ट्रू 5जी के साथ आम आदमी, छात्र, कारोबारी, आईटी, स्वास्थ्य पेशेवर के साथ कृषि, शिक्षा, चिकित्सा, सूचना प्रौद्योगिकी और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में नए अवसरों और अतिरिक्त रोजगार के साथ बदलाव आएगा। 5जी लोगों और सरकार को वास्तविक समय के आधार पर जुड़े रहने में सक्षम बनाएगा।
रिश्वत हो जाएगी बंद, सब काम होंगे ऑनलाइन: सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार हर सेवा को डिजिटल स्वरूप देगी। अब हर कार्य में पेट पूजा (रिश्वत लेना) होना बंद हो जाएगी। ऑनलाइन कर देंगे, तो कोई भ्रष्टाचारी हिम्मत नहीं जुटा पाएगा। गुड गवर्नेंस के लिए और जियो की 5G सेवाएं उपयोगी साबित होगी।
1000 एमबीपीएस स्पीड मिलेगी
मध्यप्रदेश में सबसे पहले 5G नेटवर्क की शुरुआत उज्जैन के महाकाल मंदिर से हुई है। यहां आने वाले जिन लोगों के पास 5जी मोबाइल की सुविधा होगी, उनको 1000 एमबीपीएस तक की स्पीड मिलने लगेगी। महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को वाई फाई के द्वारा सभी मोबाइल हैंडसेट पर यह सुविधा मिलेगी। कंपनी का मानना है कि श्रद्धालु 2 या 3 घंटे मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में रहें, तो 1GB डेटा उनके उपयोग के लिए बहुत है।
नेटवर्क की दिक्कत से मिलेगी निजात
महाकाल मंदिर में 5जी सेवा शुरू होने से नेटवर्क में होने वाली परेशानियों से श्रद्धालुओं को निजात मिलेगी। दरअसल पर्व के दिनों में और बीते 2 महीनों से लगातार लाखों की तादाद में श्रद्धालु महाकाल मंदिर पहुंच रहे हैं। ऐसे में एक ही मोबाइल टावर पर लोड बढ़ने से नेटवर्क की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि 5G के बाद पूरे महाकाल परिसर में नेटवर्क की दिक्कत खत्म हो जाएगी। साथी महाकाल मंदिर के इंटरनेट से चलने वाले इंस्ट्रूमेंट भी बिना रुके काम कर सकेंगे।
वाई फाई से कॉलिंग की सुविधा भी
5G सर्विस से इंटरनेट एक्सेस करने की सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही वाईफाई से कॉलिंग भी की जा सकेगी। अभी यह सुविधा महाकाल लोक में ही शुरू की गई है। उज्जैन शहर में इस सुविधा के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है।
इन शहरों में शुरू हो चुकी है 5G सर्विस
इससे पहले जियो ने 25 नवंबर को गुजरात के 33 डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर में अपनी जियो ट्रू 5G सर्विस शुरू की थी। गुजरात से पहले पिछले महीने पुणे और दिल्ली के बाद NCR के दूसरे शहरों गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में जियो ट्रू 5G सर्विस शुरू की गई थी। इसके अलावा मुंबई, कोलकाता, वाराणसी, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलूरु और नाथद्वारा में रिलायंस जियो अपनी ट्रू-5G सर्विस पहले ही शुरू कर चुका है। रिलायंस जियो ने फेस्टिव सीजन में देश में अपनी 5G सर्विस की शुरुआत की थी। अब कंपनी का प्लान दिसंबर 2023 तक देश के कोने-कोने में 5G सर्विस शुरू करने का है।
क्या होता है इंटरनेट का ‘G’ जेनरेशन?
इंटरनेट को लेकर यूज होने वाले ‘G’ का मतलब जेनरेशन होता है। जैसे पहले जेनरेशन के इंटरनेट को 1G कहते हैं। साल 1979 में शुरू हुए इंटरनेट को 1G जेनरेशन कहा गया था, जिसका 1984 तक दुनिया भर में विस्तार हुआ था। इसी तरह 1991 में 2G इंटरनेट लॉन्च हुआ। 1G की तुलना में 2G इंटरनेट की ज्यादा स्पीड थी। एक तरफ जहां 1G की स्पीड 2.4 Kbps थी, वहीं 2G इंटरनेट की स्पीड अब बढ़कर 64 Kbps हो गई। इसके बाद 1998 में पहली बार 3G, 2008 में 4G और 2019 में 5G इंटरनेट लॉन्च हुआ। भले ही 2019 में 5G इंटरनेट लॉन्च हो गया हो, लेकिन भारत में यह अब शुरू होने वाला है।
5G इंटरनेट क्या और कैसे 4G से अलग है?
इंटरनेट नेटवर्क की पांचवीं जेनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा है, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है। इसमें मुख्य रूस से तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।
- लो फ्रीक्वेंसी बैंड- एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 एमबीपीएस, इंटरनेट स्पीड कम
- मिड फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 जीबीपीएस, एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम, सिग्नल के मामले में अच्छा
- हाई फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 जीबीपीएस, एरिया कवर सबसे कम, सिग्नल के मामले में भी अच्छा है।