बूंदी:-राजस्थान के बूंदी में ट्रक ने कार को टक्कर मार दी। कार सवार 6 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि तीन लोग घायल हो गए। इसमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे कोटा रेफर किया गया है। कार में बुरी तरह फंसे शवों को क्रेन की मदद से निकाला गया। कार सवार मध्य प्रदेश के देवास से खाटूश्याम जी के दर्शन के लिए जा रहे थे। हादसा रविवार सुबह करीब 4 बजे हिंडोली इलाके के जयपुर नेशनल हाईवे (NH21) पर हुआ।
एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि मध्य प्रदेश (MP) के देवास से नौ लोग 14 सितंबर की रात खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए निकले थे। कोटा होते हुए इनकी गाड़ी हिंडोली पहुंची थी। हिंडोली थाना क्षेत्र के हाईवे की पुलिया के पास (लघधरिया भैरू जी के स्थान) गलत साइड से आकर एक ट्रक ने कार को टक्कर मार दी।
कार के उड़े परखच्चे
एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि कार के आगे के हिस्से के परखच्चे उड़ गए। कार सवार बुरी तरह फंस गए। कार में सवार मदन पुत्र शकरू नायक निवासी बेडाखाल, जिला देवास, मांगी लाल पुत्र ऊंकार निवासी बेडाखाल, देवास, महेश पुत्र बादशाह निवासी बेडाखाल थाना सतवास, देवास, राजेश और पूनम की मौत हो गई। एक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। मनोज पुत्र रवि नायक निवासी पोखर खुर्द, देवास, प्रदीप पुत्र मांगी लाल निवासी धांसड जिला देवास तथा अनिकेत पुत्र राजेश निवासी बेडाखाल, देवास घायल हैं। इनमें से प्रदीप की हालत गंभीर है। उसे कोटा रेफर किया गया है। बाकी दोनों घायलों का इलाज बूंदी में चल रहा है।
शवों को निकालने के लिए करनी पड़ी मशक्कत
एसपी ने बताया कि हादसे से पहले सदर थाने के एएसआई हरिशंकर शर्मा गश्त पर निकले थे। उसी दौरान उन्हें राहगीर ने हादसे की सूचना दी। सूचना मिलने पर एएसआई मौके पर पहुंचे और संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस को सूचना दी। मौके पर शव कार में बुरी तरह फंसे हुए थे। शवों को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। क्रेन की मदद से शवों को निकाला गया।
हाईवे के हादसों में राजस्थान देश में दसवें और मौतों के मामले में चौथे नंबर पर
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से जारी की गई ताजा रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान से गुजर रहे नेशनल हाईवेज पर वर्ष 2021 में 6424 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 3839 लोगों की मौतें हुईं। राष्ट्रीय राजमार्गों पर हो रही दुर्घटनाओं की संख्या के लिहाज से राजस्थान देश में दसवें नंबर पर है। इन दुर्घटनाओं में मौतों के मामले में राजस्थान का नंबर चौथे स्थान पर आता है। यानी राजस्थान में दुर्घटनाएं देश के अन्य नौ राज्यों से कम हुईं हैं, लेकिन हादसे इतने भयंकर हुए कि मरने वालों की संख्या में सिर्फ तीन ही राज्यों से राजस्थान कम था।
राजस्थान में ऐसे 65 ब्लैक स्पॉट, जहां बार-बार हो रहे हादसे
राजस्थान से गुजर रहे अलग-अलग नेशनल हाईवे पर 65 ऐसे खतरनाक स्थान हैं, जहां पर बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं। ये ऐसे खतरनाक चौराहे, तिराहे और मोड़ हैं, जहां पिछले तीन साल में प्रत्येक जगह पर 5 से ज्यादा हादसे हुए और हर जगह औसतन 10 से ज्यादा लोग अपनी जिंदगी गंवा बैठे। ड्राइवर की लापरवाही के अलावा रोड इंजीनियरिंग की खामियां इन दुर्घटनाओं का बड़ा कारण रही हैं। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से चिह्नित किए गए इन 65 ब्लैक स्पॉट को एक्सीडेंट फ्री करने के लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए राडार सिस्टम लगाने की तैयारी है। हरेक ब्लैक स्पॉट को एनएचएआई की ओर से वीडियो इंसीडेंट डिटेक्टिव सिस्टम (वीआईडीएस) से कवर किया जाएगा।
क्या होता है ‘ब्लैक स्पॉट’
एनएचएआई के अनुसार किसी हाईवे के 500 मीटर के उस हिस्से को ‘ब्लैक स्पॉट’ कहा जाता है, जहां पिछले तीन साल में 5 या इससे ज्यादा हादसे हुए और इन हादसों में दस से ज्यादा लोगाें की जान चली गई।