देवरिया:-देवरिया में दिल दहलाने वाली वारदात हुई। यहां जमीनी विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के प्रतिशोध में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई। दूसरे परिवार में पति-पत्नी, दो बेटियों और बेटे का गला काटा गया-गोली मारी गई, ईंट से सिर कूंच दिए। हमलावर इतने बेरहम हो चुके थे कि उन्होंने 8 साल के बच्चे तक को नहीं छोड़ा। उस बच्चे पर कई वार किए और उसे मरा समझकर छोड़ गए।
हालांकि उसकी सांसें चलती रहीं, उसे गंभीर हालत में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया है। जिस घर में यह वारदात हुई वहां नरसंहार जैसे हालात दिखाई दिए, हर तरफ खून ही खून और लाश ही नजर आ रही थीं। घटना देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के फतेहपुर गांव की है। इस जघन्य हत्याकांड को पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की हत्या के बाद अंजाम दिया गया।
गली में मिला था पूर्व पंचायत सदस्य का शव
दरअसल, हुआ यूं कि सोमवार सुबह 6 बजे प्रेम यादव का शव गली में पड़ा मिला। उनकी गला काटकर हत्या की गई थी। हत्या किसने की यह स्पष्ट नहीं था। लेकिन, यादव परिवार का शक सत्य प्रकाश दुबे पर गया। इसकी वजह थी कि प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। प्रेम यादव सुबह इसी विवाद के चलते सत्य प्रकाश के घर गए हुए थे। उसके बाद सत्य प्रकाश दुबे के घर से करीब 20 मीटर दूर प्रेम यादव का शव पड़ा मिला था।
हालांकि, पुलिस का कहना है कि वारदात सुबह हुई है। प्रेम यादव सत्यप्रकाश दुबे के घर पर गए थे, जिसमें कहासुनी और मारपीट हो गई। इसमें प्रेम यादव की मौत हो गई। कुछ देर बाद प्रेम यादव के लोगों ने सत्यप्रकाश दुबे के घर पर हमला कर इतनी जघन्य घटना को अंजाम दिया।
दरवाजा तोड़कर घर में घुसे हमलावर
प्रेम यादव की लाश मिलने के बाद उनके परिजन-रिश्तेदार आग-बबूला हो गए। 20-25 की संख्या में परिजन हाथ में लाठी-बंदूक और गड़ासा लेकर सत्य प्रकाश के घर पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गुस्साई भीड़ को आता देखकर सत्य प्रकाश ने घर का दरवाजा बंद कर लिया।
प्रेम यादव के परिजन दरवाजा तोड़कर सत्य प्रकाश के घर में घुस गए। इसके बाद जो सामने आता गया उस पर वार शुरू कर दिए। हमलावर एक-एक की हत्या करते जा रहे थे। सत्य प्रकाश के घर पर जब हमला हुआ उस वक्त 6 लोग थे। हमलावरों ने पूरे परिवार को मार दिया। सिर्फ 8 साल का बच्चा अनमोल जिंदा बचा है। उसकी हालत गंभीर है।
बच्चों, महिला और बच्चियों किसी को भी नहीं बख्शा
ग्रामीणों के मुताबिक, हमलावर वहशी हो चुके थे। उन्होंने बच्चों, महिला और बच्चियों तक को नहीं बख्शा। सबसे पहले सत्य प्रकाश दुबे ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की तो उनको गोली मारी। फिर उन पर गड़ासे से वार किए। सत्य प्रकाश को बचाने आई उनकी पत्नी किरण पर भी हमलावर टूट पड़े। उसका गला काट दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
इसके बाद हमलावरों ने सत्य प्रकाश की बेटी सलोनी (18) को गोली मारी और चाकू से वार किए। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद 10 साल की बेटी नंदनी और 15 साल के बेटे गांधी को भी मार डाला। सबसे आखिर में 8 साल के बेटे अनमोल पर हमला किया। उस पर कई वार किए और उसे मरा समझकर छोड़ गए। हालांकि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसकी सांसें चल रही थीं। उसे तत्काल गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
घर में नरसंहार जैसा सीन…लाशें-लाशें ही नजर आईं
इस जघन्य हत्याकांड की सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी। 6 लोगों की हत्या की खबर सुनकर पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन में कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। तब तक ज्यादातर हमलावर मौके से भाग गए थे। सत्य प्रकाश दुबे का पूरा घर खून से सना हुआ था। लाशें इधर-उधर बिखरी हुईं थीं। पूरे घर में चारों तरफ खून ही खून दिखाई पड़ा रहा था, ऐसा लग रहा था मानो नरसंहार किया गया है। पुलिस ने सभी को चेक किया तो सिर्फ अनमोल की सांस चल रही थी।
सत्यप्रकाश के घर के पास मिली थी प्रेम यादव की लाश
पूर्व जिला पंचायत सदस्य और पूर्व प्रधान प्रेम यादव की लाश सत्य प्रकाश दुबे के घर से करीब 20 मीटर दूर पड़ी मिली थी। प्रेम यादव की हत्या किसने कि फिलहाल अभी यह क्लीयर नहीं है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि अगर सत्य प्रकाश ने वारदात को अंजाम दिया होता तो परिवार के साथ घर में क्यों रहता? वह पूरे परिवार समेत घर छोड़कर कहीं भी जा सकता था।
पुलिस ने शुरुआती जांच के आधार पर बताया कि प्रेम यादव सपा से जुड़ा हुआ था। वह जमीन खरीद-फरोख्त का काम भी करता था। प्रेम यादव के घर के सामने एक खेत है। इसमें दोनों पक्ष अपना-अपना दावा कर रहे हैं। रविवार को सत्य प्रकाश उस खेत में लगा धान कटवाने के लिए गए थे। इस दौरान प्रेम यादव से उनका विवाद हुआ था।
ऐसे में सुबह लाश मिलते ही यादव परिवार का शक सीधे सत्य प्रकाश पर गया। और उसके घर पर हमला करके परिवार के 5 लोगों को मार डाला।
गांव में तनाव व्याप्त, पीएसी तैनात
एक ही गांव में छह लाेगों की हत्या के बाद से तनावपूर्ण माहौल है। गांव में सिर्फ इसी बात की चर्चा चल रही है। पूरा गांव दो गुटों में बंटा नजर आ रहा है। हालात और न बिगड़ें इसे ध्यान में रखते हुए कई थानों की फोर्स और पीएसी तैनात कर दी गई है। पूरा गांव छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस ने सबसे पहला काम तत्काल प्रभाव से गांव से शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं, ताकि किसी तरह शांति कायम की जा सके।
दो लोग हुए गिरफ्तार
एसपी डॉ. संकल्प शर्मा ने बताया कि पुलिस मौके पर है। क्योंकि, मामला दो जातियों के बीच है। ऐसे में गांव में तनाव ज्यादा है। मामले में दो की गिरफ्तारी हुई है। प्रकरण की जांच जारी है।
डीएम अखण्ड प्रताप सिंह ने बताया, “हमें सुबह करीब 8 बजे फतेहपुर गांव में एक वारदात घटित होने की सूचना मिली थी। जिसमें एक पक्ष के एक आदमी की मौत हुई थी और 6 लोग बेहोशी की हालात में मिले थे। हमने इन्हें अस्पताल भेजा, जिसमें से 5 लोगों की मौत हो चुकी थी। यह घटना एक पुरानी जमीनी रंजिश बताई जा रही है। सत्य प्रकाश दुबे के भाई साधु दुबे ने अपने हिस्से की पूरी जमीन प्रेम यादव को बेच दी थी। यह मामला 7 साल पहले ही सुलझ गया था। इसी को लेकर विवाद चला आ रहा था।”
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सीएम योगी ने लिया संज्ञान
सीएम योगी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कमिश्नर, आईजी को तुरंत और कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कमिश्नर, आईजी घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं।