हाथरस:-यूपी के हाथरस हादसे को लेकर न्यायिक आयोग की पहली बैठक नैमिषारण्य गेस्ट हाउस में हुई। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष बृजेश श्रीवास्तव ने कहा- जरूरत पड़ी तो पुलिस और मीडियाकर्मियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। बहुत जल्द आयोग की टीम हाथरस जाएगी और सबूत इकट्ठा करेगी। दो महीने में जांच पूरी करके रिपोर्ट सरकार और शासन को सौंपनी है। इसलिए हम बहुत तेजी से काम करेंगे।
इससे पहले में दोपहर में आईजी रेंज अलीगढ़ शलभ माथुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा- पुलिस ने आज 6 लोगों की गिरफ्तारी की। सभी आरोपी आयोजन समिति के सदस्य हैं। इनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं।
आरोपियों में मैनपुरी का राम लड़ैते यादव, शिकोहाबाद का उपेंद्र यादव, हाथरस का मेड सिंह, मंजू यादव, मुकेश कुमार और मंजू देवी शामिल हैं। इनकी देख-रेख में ही सत्संग चल रहा था।
पुलिस ने मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर पर 1 लाख का इनाम घोषित किया है। वह अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।
दूसरी ओर, भोले बाबा के वकील एपी सिंह घायलों से मिलने अलीगढ़ पहुंचे। उन्होंने कहा- बाबा के पास कोई आश्रम नहीं है। वह पेंशन से अपना गुजारा करते हैं। जब भी बाबा को जांच टीम बुलाएगी, वह आएंगे।
हादसे के 48 घंटे बाद भी पुलिस नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा तक नहीं पहुंच सकी। पुलिस ने मैनपुरी, ग्वालियर, कानपुर और हाथरस समेत 8 ठिकानों पर छापा मारा है।
इधर, पुलिस ने एटा, हाथरस और मैनपुरी से 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। सभी भोले बाबा से जुड़े हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- हादसे के लिए प्रशासन और प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी हाथरस आएंगे। वह अस्पताल में भर्ती और प्रभावित लोगों से बातचीत करेंगे।
कौन है देव प्रकाश मधुकर सेवादार, जिस पर है 1 लाख का इनाम
हाथरस भगदड़ कांड में पुलिस ने भोले बाबा के मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया। उस पर 1 लाख का इनाम भी घोषित किया है।
देव प्रकाश मधुकर हाथरस के मोहल्ला दमदमपुरा की न्यू कॉलोनी में रहता है। वह पंचायती राज विभाग में इंजीनियर है। घटना के बाद देव प्रकाश मधुकर के घर पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मगर, देव प्रकाश के घर पर ताला लगा था। वह अपने पूरे परिवार के साथ फरार है। इसके बाद लोगों ने उनके घर के सामने जय भीम के नारे लगाए।
बाबा बोला- अराजक तत्वों ने मचाई भगदड़
भोले बाबा ने एपी सिंह को अपना वकील नियुक्त किया है। वह सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। भोले बाबा ने एपी सिंह के जरिए लिखित बयान जारी किया। इसमें सफाई दी- मैं जब समागम से निकल गया, इसके बाद असामाजिक तत्वों ने भगदड़ मचाई। इन लोगों के खिलाफ लीगल एक्शन लूंगा। घायलों के स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
सीएम योगी बोले- यह हादसा साजिश जैसा
सीएम योगी ने बुधवार को कहा- यह हादसा साजिश जैसा है। लोग मरते गए, सेवादार वहां से भाग गए। उन्होंने न तो प्रशासन को सूचना दी और न ही मदद की। प्रशासन की टीम जब पहुंची तो सेवादारों ने उन्हें आगे जाने नहीं दिया। हमने भी कुंभ जैसे बड़े आयोजन किए, लेकिन ऐसी चीजें नहीं हुईं। जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शेंगे नहीं।
बाबा को छोड़कर 22 आयोजकों पर FIR
भोले बाबा को छोड़कर 22 आयोजकों पर FIR हुई है। सिर्फ एक नामजद है, बाकी अज्ञात हैं। भोले बाबा हर महीने पहले मंगलवार को सत्संग करता है, जिसमें यूपी, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और पंजाब से लोग आते हैं। ऐसा ही आयोजन हाथरस में था, जिसमें करीब एक लाख से ज्यादा अनुयायी पहुंचे थे।
ऐसे हुआ हादसा- प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनकी चरण रज लेने के लिए दौड़े। भीड़ को काबू में करने के लिए पानी की बौछारें की गई। लोग भागने लगे, तभी एक-दूसरे पर गिरते गए। कुचलने से इतनी मौतें हुईं।