जयपुर:-मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा हाल ही में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले के मामले में आड़े हाथ लेने और सजा दिलाने का ऐलान करने के बाद जांच एजेंसियों की सक्रियता बढ़ गई थी।
एसओजी ने इस पुराने मामले की तहकीकात और तेज कर दी। यही नहीं जोधपुर दौरे के दौरान सीएम गहलोत से निवेशकों द्वारा शिकायत करने के बाद अब नए सिरे से एसओजी ने 123 परिवादों की जांच कर एफआईआर दर्ज करने के लिए संबंधित थानों को शिकायतों की फाइल भेजी हैं। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अब लगभग दो दर्जन मामले दर्ज किए हैं। आने वाले समय में मामले और दर्ज होने की संभावना है।
एसओजी ने अब तक जोधपुर कमिश्नरेट को 25 परिवाद, जोधपुर ग्रामीण में 11 परिवाद, बाड़मेर में 57 परिवाद, जालोर में 30 परिवाद भेजे हैं। सोसायटी के खिलाफ बुधवार को पांच मामले दर्ज हुए थे। चारों प्रकरण मथानिया थाने में दर्ज करवाए गए थे। ऐसा माना जा रहा है कि अब पुलिसपुलिस के द्वारा संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के खिलाफ और तेजी से मामले दर्ज होंगे। ऐसी स्थिति में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मुश्किलें बढ़ सकती है।
संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी की ओर से निवेशकों को मोटा मुनाफा देने का लालच देकर करोड़ों रुपए की ठगी के मामले में राज्य सरकार ने कड़ा रुख ले लिया हैं। संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के विरुद्ध पिछले 10 दिनों में करीब 22 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की हैं।