टोंक:-टोंक बिपरजॉय तूफान एवं तेज बारिश से बनास नदी में पानी की आवक होने से बुधवार की तड़के अचानक तेज पानी से । जिस्से उस मार्ग से आने वाले दर्जनों गांवों का सम्पर्क टूट गया।जिस कारण अब लोगो को सोहेला सड़क मार्ग से टोंक आना पड़ेगा। इतना ही नही बनास नदी में बजरी भरने आए करीबन डेढ़ दर्जन ट्रक बनास नदी में फंस गए बताए।साथ ही हाई ब्रिज निर्माण काम मे लगे मजदूर भी फंसे हुए है।
बनास नदी गहलोद मार्ग टोंक जिला मुख्यालय से कम दूरी से तीन उपखण्ड के दर्जनों गांवों को सीधे जोडऩे वाला मार्ग है।लेकिन बिपरजॉय तूफान एवं तेज बारिश से पानी की आवक ज्यादा होने से बनास नदी गहलोद का टोंक से गहलोद की तरफ जाने वाला रपटा टूट गया। इतना ही नही बनास नदी के शेष दो रपट पर भी पानी आ जाने से टोडारायसिंह, पीपलू तथा मालपुरा उपखण्ड का सीधा सम्पर्क भी जिला मुख्यालय से कट गया है।
इन गांवो से अब टोंक आने वाले लोगो को टोंक आना हो तो 80 किलोमीटर का अलग से चक्कर लगाना पड़ेगा या फिर जान जोखिम में डालकर नदी में नाव के सहारे आना पड़ेगा। बनास नदी गहलोद में बजरी भरने आए करीबन एक दर्जन ट्रक भी बनास नदी में पानी आ जाने से नदी में फंस गए है लेकिन सभी मजदूर व ट्रक चालक सुरक्षित बताए जाते है।उल्लेखनीय रहे राज्य सरकार सहित जिला प्रशासन की हिदायत के बावजूद बनास नदी में बजरी लीज धारक की तरफ से बजरी का उठाव न तो रोका गया बल्कि बनास नदी जलभराव इलाके से नियमो कर खिलाफ बजरी खनन किया जाने से बनास नदी में पानी की आवक होने के बावजूद ट्रकों को नही रोका गया। बनास नदी बजरी लीज धारक प्रतिनिधि से बनास नदी में फंसे ट्रकों की जानकारी के लिए सम्पर्क साधने की कोशिश की गई लेकिन मोबाईल नही उठाया गया।
वही बनास नदी गहलोद पर निर्माणाधीन करीबन 134.74 करोड़ रुपए की लागत से हाई ब्रिज का निर्माण कार्य भी रुक गया है।वहीं ब्रिज निर्माण कम्पनी के करीबन 70-80 मज़दूर फंस गए । इस सम्बंध में कम्पनी कार्मिकों का कहना है कि सभी पूरी तरह से सुरक्षित है साथ ही किसी तरह की कोई समस्या नही है ,बनास नदी में पानी का बहाव कम होने के बाद रेस्क्यू करके बाहर निकाल लिया जाएगा।