जयपुर:-राजस्थान लघु उद्योग निगम के चेयरमैन और कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा ने कहा कि आज के समय में शिक्षा केवल रोजगार के लिए ही नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बिना व्यक्तित्व निर्माण के हम राष्ट्र निर्माण नहीं कर सकते, इसलिए हर बालक-बालिका को शिक्षा मिले, यह समाज का सामूहिक ध्येय होना चाहिए।
श्री राम सेवा संगम समिति की इकाई “मस्ती की पाठशाला” को भेंट किए गए 20 सीटर ई-रिक्शे के अनावरण के अवसर पर रविवार को अरोड़ा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकता है, जो समाज के हर बालक-बालिका को प्राप्त होनी चाहिए।
राजस्थान लघु उद्योग निगम के चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षा की आवश्यकता को समझते हुए कांग्रेस की सरकार ने देश में गरीब, वंचित बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने के लिए वर्ष 2009 में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू किया था। इस अधिनियम के तहत 6 से 14 वर्ष के बच्चों को प्राथमिक अनिवार्य स्कूली शिक्षा निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाती है। इसी पहल को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की स्थापना की गई है।
राजस्थान लघु उद्योग निगम के चेयरमैन अरोड़ा ने कहा कि संस्था द्वारा कच्ची बस्तियों में रहने वाले बालकों को शिक्षा दी जाती है। ऐसे बालक जो भिक्षावृत्ति में लिप्त हैं, कचरा बीनते हैं; उन्हें असामाजिक तत्वों व कार्यों से बचाने के लिए यह पहल अत्यंत सराहनीय है। इस अवसर पर पाठशाला के संस्थापक अनुज श्रीवास्तव और निदेशक मीनाक्षी श्रीवास्तव ने सभी सहयोगियों व दानदाताओं का आभार व्यक्त किया।