नीतीश कुमार ने 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इससे पहले नीतीश ने 11 बजे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को इस्तीफा सौंपा था। इसके बाद वे 128 विधायकों का समर्थन पत्र लेकर राज्यपाल के पास पहुंचे थे। नीतीश के पास भाजपा के 78, जेडीयू के 45, हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) के चार और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन है। इस्तीफे के 6 घंटे बाद नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
विजय कुमार सिन्हा ने शपथ ली
![](https://i0.wp.com/bharat360degree.com/wp-content/uploads/2024/01/image-9.png?resize=640%2C360&ssl=1)
सम्राट चौधरी ने शपथ ली
![](https://i0.wp.com/bharat360degree.com/wp-content/uploads/2024/01/image-10.png?resize=640%2C360&ssl=1)
जदयू के विजय कुमार चौधरी ने शपथ ली
![](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/28/whatsapp-image-2024-01-28-at-51613-pm_1706442412.jpeg?w=640&ssl=1)
जदयू नेता बिजेंद्र प्रसाद यादव ने शपथ ली
![](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/28/whatsapp-image-2024-01-28-at-51937-pm_1706442599.jpeg?w=640&ssl=1)
भाजपा नेता डॉ. प्रेम कुमार ने शपथ ली
![](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/28/whatsapp-image-2024-01-28-at-52208-pm_1706442781.jpeg?w=640&ssl=1)
जेडीयू नेता श्रवण कुमार ने ली शपथ
![](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/28/whatsapp-image-2024-01-28-at-52516-pm_1706442945.jpeg?w=640&ssl=1)
मांझी के बेटे संतोष ने मंत्री पद की शपथ ली
![](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/28/whatsapp-image-2024-01-28-at-52820-pm_1706443333.jpeg?w=640&ssl=1)
सीएम समेत 9 लोग शपथ ले रहे हैं। भाजपा की तरफ से दो डिप्टी सीएम समेत 3 मंत्री बनाए गए हैं। जेडीयू के खाते में मुख्यमंत्री और 3 मंत्री आए हैं। हम के एक एमएलए और निर्दलीय विधायक को भी मंत्री पद मिला है।
नीतीश ने इस्तीफा देने के बाद मीडिया से कहा- जो सरकार थी, उसको समाप्त करने का हमने गवर्नर साहब को बोल दिया। चारों तरफ से राय आ रही थी। इसी को हमने सुन लिया। अब पहले के गठबंधन को छोड़कर नया गठबंधन बनाए हैं। आज हम लोग उनसे अलग हो गए। जितना काम हम कर रहे थे, वो कुछ काम ही नहीं कर रहे थे। लोगों को तकलीफ थी, हमने बोलना छोड़ दिया था।