राजस्थान में कम वोटिंग पर पवन खेड़ा का बड़ा बयान,कहा-संघ और भाजपा के कट्टर समर्थकों ने नहीं डाले वोट

Kota Rajasthan

कोटा:-कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा सोमवार को कोटा के दौरे पर रहे. यहां पार्टी प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल के समर्थन में प्रचार करने के बाद खेड़ा मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने भाजपा और एनडीए गठबंधन पर जमकर निशाना साधा. साथ ही कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला पर भी हमला बोला. वहीं, खेड़ा ने राज्य में पहले चरण में हुए कम मतदान को लेकर कहा कि पार्टी का एक कट्टर वोटर होता है, लेकिन प्रत्याशी की नापसंदगी के चक्कर में वो क्रोधित होकर वोट करने नहीं जाता है. ऐसा ही राजस्थान में पहले फेज के मतदान के दौरान हुआ. उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा के कोर वोटर मतदान करने नहीं गए. वो सुबह शाखा में तो गए, लेकिन बाद में जलेबी खाकर सीधे घर चले गए और फिर सो गए. ऐसे में इस कम वोटिंग की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी डर गए हैं.

खेड़ा पीएम मोदी पर प्रहार : खेड़ा ने कहा कि जब-जब राजा यानी नरेंद्र मोदी डरते हैं, तब-तब वो हिंदू-मुस्लिम करने लगते हैं, लेकिन राजस्थान के लोग उनकी अकड़ निकालना जानते हैं. जब पहले चरण का मतदान पूरा हो गया है और भाजपा की सीट कम आ रही है, तब नरेंद्र मोदी की अकड़ निकल रही है. उन्होंने कहा कि पहले फेज के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी का चेहरा एकदम से उतर गया है. हम सोच रहे थे कि राजस्थान में दो से तीन सीट मिलेगी, लेकिन अब 5 से 6 सीट मिल रही है. वहीं, दूसरे चरण में सीटों की संख्या बढ़कर 11 से 12 हो जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितना कांग्रेस को लेकर बयानबाजी करेंगे, उतरना ही हमें फायदा होगा.

राजे राज में बिरला ने क्यों नहीं ली जमीन : कोटा एयरपोर्ट के इनॉग्रेशन को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में खेड़ा ने कहा कि बिरला ने कोटा में एयरपोर्ट बनाने का वादा 2014 में किया था. जब उन्होंने वादा किया तो उस वक्त राजस्थान में वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री थीं. ऐसे में सवाल उठता है कि भला क्यों भाजपा राज में एयरपोर्ट के लिए जमीन नहीं दी गई. खैर, बिरला ने वसुंधरा राजे पर दबाव नहीं डाला या फिर इनका तालमेल नहीं था या संबंध खराब थे. इस मसले पर तो उन्हें ही जवाब देना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा में पांच नेता राजस्थान में है, लेकिन गुट सात है. जनता से वादा करके बिरला ने 2019 का चुनाव लड़ा था और अब 2024 का भी लड़ रहे हैं. हमारे अशोक गहलोत सरकार में तो अगस्त 2022 में इनको जमीन भी दे दी थी. लोकसभा स्पीकर होने के बावजूद भी दिल्ली में जब आपकी नहीं चल रही थी तो फिर उन्हें वापस कोटा आ जाना चाहिए था. चंबल का पानी पीकर भी कोटा के लिए इतना काम नहीं कर पाए. यहां तक कि उन्होंने कहा कि बिरला कोई भी दो उपलब्धि भी बता दें, जो उन्होंने कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर की हो.

भाजपा करती है दो मुंह से बातें : संविधान बदलने के सवाल पर खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी, अमित शाह और पूरी भाजपा दो मुंह से बात करती है. एक तरफ उनकी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा संविधान बदलने की बात कहती हैं तो दूसरी तरफ भाजपा इस बात को नकारने में जुट जाती है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि साल 2015 में बिहार में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण के खिलाफ बयान दिया था, लेकिन जब सत्ता से बाहर हो गए तब वो अपने बयान से मुकर गए.

पीएम के आरोप पर बोले खेड़ा : पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कहती है कि मुसलमानों का पहला हक देश की संपत्ति पर है. इस पर खेड़ा ने कहा कि यह बयान गलत है और तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि आदिवासी, दलितों और अल्पसंख्यक समुदाय का पहला अधिकार है. उन्होंने यह भी कहा था कि हम देश के हर व्यक्ति को बर्दाश्त करने का कुद्दत रखते हैं. यहां तक कि संघ को भी हम बर्दाश्त कर रहे हैं, जबकि यह लोग आरक्षण बदलने की बात कर रहे हैं, लेकिन वो आंख पैदा नहीं हुई जो संविधान की तरफ देख ले.

हम पीएम मोदी को भेजेंगे अपना मेनिफेस्टो : जब पवन खेड़ा से पूछा गया कि पीएम मोदी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने संपत्ति के वर्गीकरण का वादा किया तो इस पर पवन खेड़ा ने कहा कि एक भी शब्द संपत्ति के वर्गीकरण या हिंदू-मुस्लिम का उनके मेनिफेस्टो नहीं है. अगर ऐसा होगा तो कांग्रेस इसी समय इस चुनावी मैदान से हट जाएगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना मेनिफेस्टो यानी कि न्याय पत्र भेजने वाले हैं, जिससे वो ठीक से पढ़ लेंगे और आगे चुनावी सभा में इस तरह की बयानबाजी नहीं करेंगे.

भाजपा को बताया टुकड़े-टुकड़े गैंग : पवन खेड़ा से जब पूछा गया कि कांग्रेस पूरी सीटों पर चुनाव ही नहीं लड़ पाई तो इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस बार लोकतंत्र को बचाने के लिए काफी समझौते किए हैं. इंडिया गठबंधन को मजबूती के लिए ये जरूरी था. कांग्रेस देश की सबसे पुरानी और मजबूत पार्टी है. उन्होंने कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी की तरह नहीं हैं. पहले शिवसेना के साथ सरकार बनाई फिर उसे धोखा दे दिया और शिवसेना को ही तोड़ दिया. असली टुकड़े-टुकड़े गैंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा है. उन्होंने पहले शिवसेना, फिर एनसीपी को तोड़ दिया. अब देश और संविधान को तोड़ने की बात करते हैं.

कोविड में महिलाओं को बेचने पड़े थे मंगलसूत्र : जब नेताओं को डर लगता है, तब यह कहते हैं कि संपत्ति छीन लेंगे. हिंदू-मुस्लिम, संपत्ति के वर्गीकरण और मंगलसूत्र की बात करने लग जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. पीएम मोदी को शर्म आनी चाहिए कि कोविड के दौरान देश में महिलाओं को मंगलसूत्र बेचने पड़े थे. प्रधानमंत्री की फेस की सवाल पर जवाब देते हुए हमारे पास कई चेहरे हैं. उनके पास चेहरा नहीं है. मोदी, योगी और अमित शाह के बीच द्वंद्व चल रहा है, जबकि हम लोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस पार्लियामेंट कमेटी और इंडिया गठबंधन की बैठक में तय करेंगे. बांसवाड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन वापस नहीं लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जहां भी अनुशासनहीनता होगी, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. हमारी बीएपी से बात हो गई थी तो हमारे प्रत्याशी ने विद्रोह किया और यह अनुशासनहीनता है.

राहुल गांधी चले 4000 किलोमीटर, मोदी-शाह 40 किलोमीटर चलकर दिखाएं : अमित शाह के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को गर्मी सहन नहीं होने संबंधित दिए बयान पर पलटवार करते हुए खेड़ा ने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हैं कि राहुल गांधी 4000 किलोमीटर हर मौसम में चले हैं, पीएम मोदी और अमित शाह 40 किलोमीटर पैदल चलकर दिखाएं. उन्होंने पीएम मोदी को छोटा और अमित शाह को मोटा भाई कहते हुए कहा कि पिछले 30 साल में उन लोगों ने जो किया है, अगर हम कहेंगे तो लोग उनका नाम लेना बंद कर देंगे. वहीं, इस दौरान पवन खेड़ा के साथ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अनूप ठाकुर और जिला अध्यक्ष शहर रविंद्र त्यागी भी मौजूद रहे.