दौसा:-कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री डॉ किरोडीलाल मीणा ने एक बार फिर मंत्री पद से इस्तीफा देने की बात दोहराई है। शनिवार रात सिकराय (दौसा) के नांदरी गांव में मीणा समाज की मीटिंग में उन्होंने कहा- मैं वोट बैंक की राजनीति नहीं कर रहा हूं। चुनाव के दौरान आप लोगों पर मेरी अपील का कोई असर नहीं हुआ, लेकिन आश्वस्त करना चाहता हूं कि ग्रामीणों का बाल भी बांका नहीं होने दूंगा, चाहे इसके लिए खुद का बलिदान देना पड़े।
इससे पहले मीणा ने लोकसभा चुनाव के प्रचार कैंपेन में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में भी इस्तीफा देने की बात कही थी। बता दें कि नांदरी गांव में महिला के रेप-मर्डर के बाद तनाव की स्थिति है। शांति कायम करने के प्रयासों के लिए मंत्री मीणा ने शनिवार की रात गांव में खुले आसमान के नीचे बिताई। इस दौरान उन्होंने गांव के लोगों से बात की। बातचीत के दौरान ही उन्होंने मंत्री पद छोड़ने की बात कही।
‘मैंने पार्टी और मोदी से वादा किया था’
नांदरी गांव में शनिवार रात लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा- यदि दौसा लोकसभा से बीजेपी नहीं जीती तो पूर्व में दिए बयान पर कायम रहूंगा और जिस दिन परिणाम आएगा, उसी दिन मंत्री पद छोड़ दूंगा। मैं चाहे सड़क पर आ जाऊं, फिर भी जनता का मुसीबत में साथ दूंगा।
मीणा ने कहा- कन्हैयालाल चुनाव हारा तो उसी दिन मंत्री पद छोड़ दूंगा। क्या आपके हृदय पर फर्क पड़ा, नहीं पड़ा तो सुन लो। मुझे कतई (जरा भी) लोभ नहीं है, धोखा नहीं दूंगा। मैंने मेरी पार्टी और पीएम मोदी से वादा किया था। यदि सड़क पर खड़े होने की नौबत आएगी तो भी हो जाऊंगा, लेकिन कन्हैयालाल और पार्टी से किया हुआ वादा निभाऊंगा।
पहले महवा में कहा था- इस्तीफा दे दूंगा
इससे पहले मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा का प्रचार करते हुए महवा में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया था। इस दौरान मंत्री ने पहली बार कहा था कि अगर उनके गृह क्षेत्र से बीजेपी चुनाव हारती है तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। मीणा ने कहा था कि यह चुनाव किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि देश के भविष्य का है।
दौसा में भाजपा-कांग्रेस में कड़ा मुकाबला
लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा व कांग्रेस के मुरारीलाल मीणा के बीच कड़ा मुकाबला है। बीजेपी ने भी दौसा सीट को संवेदनशील माना है, इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौसा शहर में रोड शो भी किया था। वहीं मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने भी चुनाव को खुद की बात का सवाल बनाते हुए प्रचार किया था।