कोटा:-खुद को हिंदू नहीं मानने वाले आदिवासियों के डीएनए टेस्ट करवाने वाले शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान पर विवाद थम नहीं रहा है। आदिवासी युवाओं ने गुरुवार को कोटा में दिलावर के घर के बाहर हंगामा किया। उन्होंने मौके पर ही अपना ब्लड सैंपल लेकर प्रदर्शन किया और दिलावर को नकारा कहते हुए इस्तीफे की मांग की।
आदिवासी युवा शक्ति के बैनर तले समाज से जुड़े लोग मदन दिलावर के रंगबाडी स्थित आवास और ऑफिस के बाहर पहुंचे। उन्होंने शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आदिवासियों के ब्लड सैंपल की करवाएं जांच
आदिवासी युवा शक्ति के जिलाध्यक्ष और उप महापौर पवन मीणा ने बताया- दिलावर के बयान को लेकर आदिवासी समाज के हर तबके में नाराजगी है। अलग-अलग जिलों में विरोध-प्रदर्शन चल रहे है। समाज के लोगों ने मुहिम बनाई है कि राजस्थान के अंदर एक लाख से ज्यादा लोग अब अपना डीएनए सैंपल देंगे और दिलावर और सरकार को मौका देंगे कि इन सैंपल की जांच कर पता लगाए कि हमारे पूर्वज कौन है। दिलावर के विरोध में आज कई गांवों से लोग पहुंचे।
मीणा ने बताया- प्रदर्शन के दौरान युवाओं ने सिरिंज में भरकर अपना ब्लड सैंपल लिया और दिलावर के स्टाफ को दिया। ज्ञापन देकर कहा कि इन सैंपल की जांच करवाकर रिपोर्ट भिजवाई जाए साथ ही दिलावर खुद का भी डीएनए टेस्ट करवाए।
कोटया भील की प्रतिमा के दर्शन कर निकलते मंत्री
पवन मीणा ने कहा कि दिलावर के आवास के पास ही कोटया भील की प्रतिमा लगी हुई है। कोटया भील महापुरूष और हमारे पूर्वज रहे है। मंत्री दिलावर जब भी निकलते हैं प्रतिमा के दर्शन करते है,उसके बाद भी इस तरह का बयान दे रहे है। प्रदर्शनकारियों ने दिलावर को नकारा कहते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। गौरतलब है कि 21 जृन को मदन दिलावर ने एक बयान दिया था, जिसमें आदिवासी समुदाय की पहचान को लेकर सवाल किया गया था और डीएनए जांच की बात कही गई थी।