विधानसभा में बिजली बिल में बढ़ोतरी के विरोध में हंगामा:कांग्रेस विधायक बोले-वसुंधरा को नीचा दिखाने के लिए ERCP का नाम बदल दिया

Jaipur Rajasthan

राजस्थान विधानसभा में बिजली कटौती, किल्लत और बिलों में फ्यूल सरचार्ज को लेकर कांग्रेसी विधायकों ने हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में फ्यूल सरचार्ज वापस लेने को लेकर नारे भी लगाए। जूली के साथ विधायक मनीष यादव और आशीष चाचाण ने भी सरकार को घेरा।

नेता प्रतिपक्ष ने ऊर्जा मंत्री पर बिजली किल्लत मामले में सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मंत्री जवाब दे रहे हैं कि प्रदेश में 22 घंटे बिजली की सप्लाई कर रहे हैं। जबकि मई में 25 फीसदी और जून में 28 फीसदी कम बिजली है तो फिर इतनी सप्लाई कहां से दे रहे हैं। वहीं, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि हम अतिरिक्त बिजली खरीदकर डिमांड पूरी कर रहे।

वहीं, कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने वसुंधरा राजे को नीचा दिखाने के लिए ERCP का नाम बदल दिया।

इससे पहले भाजपा विधायक ने इंडस्ट्रियल एरिया में उद्योगों के नाम पर मिली जमीनों के दुरुपयोग का सवाल उठाया तो मंत्री राज्यवर्द्धन ने जवाब दिया कि इसमें रीको कुछ नहीं कर सकता। इंडस्ट्रियल मिनिस्टर के जवाब पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सरकार से इस तरह की पॉलिसी में बदलाव के लिए कहा।

कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा बोले- बीजेपी ने ERCP को फुटबाल बना दिया, वसुंधरा राजे को नीचा दिखाने के लिए इसका नाम बदला गया

जल संसाधन और वन की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा ने कहा- बीजेपी सरकार ने ERCP PKC को आपने फुटबॉल बना दिया। जब बार-बार मांग की जा रही है तो इसके एमओयू को क्यों नहीं सदन के पटल पर रख रहे हो। आप जनता को बताइए किन शर्तों पर मध्य प्रदेश से समझौता किया है, आपको बताने में क्या शर्म है? रामकेश ने कहा- आप राजस्थान के हितों की रक्षा नहीं करके अंदरूनी राजनीति में फंसकर पूर्व राजस्थान के किसानों के साथ ज्यादती कर रहे हो, यह निंदनीय है। इसका पुराना नाम ही रख देते लेकिन दिल्ली से जयपुर तक पूरा गुट सक्रिय हो गया। गजेंद्र शेखावत से लेकर यहां भाजपा के लोग एकजुट होकर वसुंधरा राजे को नीचा दिखाने के लिए ईआरसीपी का नाम हटाएंगे। ईआरसीपी का नाम हटा दीजिए और कोई नाम रख दीजिए ,लेकिन राजस्थान के हितों के साथ और किसानों के साथ धोखा नहीं होना चाहिए।

बिजली बिल में फ्यूल सरचार्ज लगाने पर कांग्रेस की नारेबाजी

  • विधानसभा में आज बिजली के मुद्दे पर एक बार प्रश्नकाल में और दो बार शून्यकाल में हंगामा हुआ।
  • शून्यकाल में पहली बार कांग्रेस विधायक अमित चाचाण के फ्यूल सरचार्ज पर स्थगन प्रस्ताव के जरिए मामला उठाने के बाद हंगामा हुआ।
  • नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार ने लोगों पर फ्यूल सरचार्ज का बोझ फिर डाल दिया है, इसे खत्म करवना चाहिए।
  • इसके बाद कुछ देर हंगामा हुआ। दूसरी बार कांग्रेस विधायक मनीष यादव के मुद्दा उठाने पर हंगामा हुआ।

ऊर्जा मंत्री ने कहा- रात में दिक्क्त आती, लेकिन पूर्ति कर रहे

  • ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने सदन में कहा कि रात में बिजली किल्लत की मांग हम अतिरिक्त बिजली खरीदकर पूरा कर रहे हैं।
  • यह डबल इंजन की सरकार है। ​केंद्रीय उपक्रमों से 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली ले रहे हैं। एक्सचेंज से खरीदकर आपूर्ति कर रहे हैं।
  • मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष के पूरक सवाल पर कहा कि बिजली की 25 प्रतिशत कमी नहीं है, पिछले साल से डिमांड ज्यादा है।
  • आपके समय पावर प्लांट 52 फीसदी की क्षमता से चलते थे, हम 74 फीसदी क्षमता से चलाकर बिजली की आपूर्ति करते हैं।

मंत्री के जवाब पर विपक्षी विधायकों ने सवाल उठाए

  • विधानसभा में बिजली किल्ल्त को लेकर प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस ने कुछ देर के लिए हंगामा किया।
  • नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस विधायक इंद्रा मीणा ने मंत्री के जवाब पर सवाल उठाए। जूली ने कहा कि मंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं।
  • सवाल के जवाब गलत है, जवाब में 22 घंटे बिजली देने की बात कह रहे हैं। जवाब में यह भी लिखा कि मई में 25 फीसदी और जून में 28 फीसदी कम बिजली है तो फिर 22 घंटे बिजली कहां से दे रहे हैं।
  • सीएम ने निर्देश दिए थे कि कटौती नहीं होनी चाहिए और कटौती हुई तो जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होगी, अब तक कितने लोगों के खिलाफ कार्रवाई की।
  • ऊर्जा मंत्री ने टोंक में कहा था कि बिजली में कांग्रेस राज में गलत एमओयू हो गया 900 लाख यूनिट वापस देनी पड़ रही है। दूसरे ही दिन आप जयपुर में कह रहे थे कि 147 लाख यूनिट वापस कर रहे हैं।
  • जब आप कांग्रेस के समय के सारे एमओयू कैंसिल कर रहे हैं तो यह बिजली वाला एमओयू भी कैंसिल कर दीजिए।