स्पीकर रोकते रहे,विधायक बोलती रहीं:अनिता भदेल बोलीं-हमारी सरकार में हमें ही नहीं बोलने दिया जा रहा

Jaipur Rajasthan

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और बीजेपी विधायक अनिता भदेल की राजनीतिक अदावत किसी से छिपी नहीं है। अजमेर शहर से शुरू हुई दोनों की अदावत आज सदन में भी देखने को मिली। सदन में आज राजस्थान भू-जल (संरक्षण और प्रबंध) प्राधिकरण विधेयक 2024 पर चर्चा हो रही थी। चर्चा की शुरुआत बीजेपी विधायक अनिता भदेल ने की। इससे पहले ही विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने व्यवस्था देते हुए विधायक को 2 मिनट में अपनी बात रखने के लिए कहा।

इस पर अनिता भदेल ने कहा कि दो मिनट में कैसे बात पूरी होगी, समय तो चाहिए। देवनानी ने कहा सदन समय पर खत्म करना है, सभी को दो मिनट मिलेंगे। अनिता भदेल ने कहा कि लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने अपने 2 मिनट मुझे दे दिए हैं और बोलने लगी। करीब 4-5 मिनट होते ही देवनानी ने घंटी बजाई लेकिन विधायक नहीं रूकीं। देवनानी ने दूसरे विधायक का नाम पुकार लिया लेकिन अनिता भदेल फिर भी लगातार बोलती रहीं।

हमारी सरकार में हमें ही नहीं बोलने दिया जा रहा

विधायक अनिता भदेल लगातार बोलती रहीं। स्पीकर ने कहा कि आपका व्यक्तव्य अंकित नहीं हो रहा है। विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने बिलाड़ा विधायक अर्जुन लाल गर्ग का नाम पुकार लिया, लेकिन अनिता भदेल के लगातार बोलते रहने से अर्जुन लाल गर्ग बोल नहीं पा रहे थे।

वो थोड़ा बोलते, फिर कहते ये बोल रही हैं, दोनों को डिस्टर्ब हो रहा है। ऐसे कैसे बोलूं। इस पर देवनानी ने कहा कि आप बोलिए, यहां तो हल्ला होने पर भी बोलते हैं। अगर आप नहीं बोलेंगे तो मैं अगला नाम पुकार लूंगा। उसके बाद स्पीकर ने दूसरे विधायक का नाम पुकार लिया, लेकिन अनिता भदेल फिर भी नहीं रूकीं। स्पीकर ने फिर कहा कि आपका अंकित नहीं हो रहा है। फिर अनिता भदेल ने कहा कि दो मिनट में कोई कैसे बोलेगा। हमारी सरकार है, हमें ही नहीं बोलने दिया जा रहा है, तो फिर बिल को बिना चर्चा के ही पास करवा लो।

पुरानी है देवनानी और भदेल की राजनीतिक प्रतिस्पर्द्धा

दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और विधायक अनिता भदेल एक ही शहर अजमेर से चुनकर आते हैं। दोनों एक साथ 2003 में विधायक बने। देवनानी अजमेर उत्तर और भदेल अजमेर दक्षिण से विधायक हैं। दोनों इस बार 5वीं बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं। अजमेर में दोनों के बीच एक खामोश राजनीतिक प्रतिस्पर्द्धा रहती हैं। राजनीतिक नियुक्तियों से लेकर संगठनात्मक नियुक्तियों और अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा विकास कार्यों को लेकर दोनों में कई मौकों पर टकरार देखी जा चुकी हैं। या यूं कहा जाए कि अजमेर शहर में दोनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई जगजाहिर है। इस समय विधानसभा अध्यक्ष होने से देवनानी का कद भदेल से अधिक बड़ा है। इससे पहले दोनों वसुंधरा राजे के मंत्रिमण्डल में मंत्री भी रहे थे।