जयपुर के शास्त्री नगर में गाड़ी आगे-पीछे करने को लेकर विवाद में युवक की मौत,गुस्साए लोगों का थाने पर प्रदर्शन,भाजपा विधायक गोपाल शर्मा की पुलिस अधिकारी से झड़प

Jaipur Rajasthan

जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में गाड़ी आगे-पीछे करने को लेकर हुए विवाद में एक स्कूटी सवार युवक की मौत हो गई, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। घटना तब शुरू हुई जब ई-रिक्शा सवार युवकों और स्कूटी सवार युवकों के बीच मामूली विवाद हो गया, जो बाद में मारपीट में बदल गया। इस झगड़े के बाद, स्कूटी सवार एक युवक की हालत बिगड़ गई और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

इस घटना के बाद पीड़ित युवक के परिवार और स्थानीय लोगों ने शास्त्री नगर थाने में हंगामा किया और बाजार बंद करवाने की कोशिश की। सुबह 9 बजे के करीब टायर जलाकर सड़क जाम कर दी गई। हालांकि, दोपहर करीब 3 बजे पुलिस और पीड़ित परिवार के बीच सहमति बन गई, जिसके तहत पीड़ित परिवार के एक सदस्य को संविदा पर सरकारी नौकरी और डेयरी बूथ देने का वादा किया गया। मुआवजे की घोषणा मुख्यमंत्री के स्तर पर की जाएगी।

पुलिस ने इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है और एक आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी दो आरोपियों की तलाश की जा रही है। इस घटना ने इलाके में तनाव बढ़ा दिया है, लेकिन पुलिस और प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए प्रयासरत हैं।

जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में हुई घटना के बाद तनाव बढ़ गया, जिससे थाने के पास विरोध प्रदर्शन हुआ। शनिवार दोपहर करीब सवा दो बजे तक कोई ठोस कार्रवाई न होते देख प्रदर्शनकारियों ने आस-पास की दुकानें बंद कराने की कोशिश की। जैसे ही पुलिस को इसकी जानकारी मिली, बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने की कोशिश की।

इस दौरान भाजपा विधायक गोपाल शर्मा भी थाने में मौजूद थे। पुलिस की सख्ती की सूचना मिलने पर वे थाने से बाहर आए और डीसीपी राशि डोगरा डूडी और एडिशनल डीसीपी बजरंग सिंह ने उन्हें रास्ते में रोकने की कोशिश की, जिससे विधायक और डीसीपी के बीच नोकझोंक हो गई। इस विरोध में गोपाल शर्मा धरने पर बैठ गए, लेकिन बाद में पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप से स्थिति संभल गई और विधायक धरने से उठ गए।

विरोध प्रदर्शन के दौरान, मृतक दिनेश की मां बेहोश हो गईं, जिसके बाद उन्हें थाने में लाकर आराम कराया गया। इस घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

दोपहर करीब 3 बजे पुलिस और पीड़ित परिवार के बीच सहमति बनी, जिसके तहत परिवार के एक सदस्य को संविदा पर सरकारी नौकरी और डेयरी बूथ देने का वादा किया गया। मुआवजे की घोषणा मुख्यमंत्री के स्तर पर की जाएगी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इलाके में छापेमारी शुरू कर दी है। एडिशनल डीसीपी वेस्ट बजरंग सिंह के अनुसार, तीनों आरोपियों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से एक आरोपी शाहरूख को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी दो युवकों की तलाश जारी है।