प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 23 अक्टूबर को द्विपक्षीय बातचीत होने जा रही है। यह मुलाकात 2020 में गलवान झड़प के बाद से दोनों नेताओं के बीच पहली बार होगी, जब उन्होंने आपस में चर्चा की। इस बारे में जानकारी विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिस्री ने दी।
प्रधानमंत्री मोदी इस समय BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के कजान शहर में हैं। यहां उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बातचीत की, जिसमें दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से गले मिलकर अभिवादन किया।
पुतिन ने कहा, “हमारे संबंध इतने मजबूत हैं कि आप मेरी बातें बिना अनुवादक के समझ जाते हैं।”
इस मौके पर, मोदी ने यूक्रेन युद्ध पर भारत का दृष्टिकोण स्पष्ट किया, stating, “हर समस्या का समाधान शांतिपूर्ण ढंग से होना चाहिए। रूस-यूक्रेन संघर्ष केवल बातचीत के जरिए ही खत्म हो सकता है। भारत इस समस्या के समाधान में हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।”
मोदी ने आगे कहा, “भारत का हर प्रयास मानवता के समर्थन में है। हम जल्द से जल्द शांति की बहाली चाहते हैं।”
उल्लेखनीय है कि मोदी पिछले चार महीनों में दूसरी बार रूस गए हैं। इससे पहले जुलाई में उनकी यात्रा के दौरान उन्होंने पुतिन को बताया था कि बम-बंदूकों और गोलियों से शांति संभव नहीं है। इस यात्रा के बाद, मोदी ने यूक्रेन का दौरा किया था, जहां उन्होंने राष्ट्रपति जेलेंस्की से कहा था, “मैंने पुतिन से आंख में आंख मिलाकर कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब कजान एयरपोर्ट पहुंचे, तो उनका स्वागत लड्डू और ब्रेड नमक के साथ किया गया। इस दौरान उन्होंने वहां प्रवासी भारतीयों से भी मुलाकात की। कजान के होटल पहुंचने पर, मोदी ने भारतीय पोशाक पहने रूसी कलाकारों का डांस भी देखा।
मोदी इससे पहले जुलाई में भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस आए थे। आज शाम, वह BRICS नेताओं के साथ एक डिनर में शामिल होंगे, जहां अनौपचारिक बातचीत की संभावना है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, पीएम मोदी बुधवार को BRICS की बैठक में भाग लेंगे, जो दो सत्रों में आयोजित होगी। पहले सत्र में सुबह क्लोज प्लेनरी यानी बंद कमरे में चर्चा होगी, जबकि शाम को ओपन प्लेनरी होगी। इस दौरान, मोदी कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे।