श्रीगंगानगर के पूर्व विधायक राजकुमार गौड़ के भांजे, सुनील पहलवान (50), की हत्या के इरादे से रैकी करने के मामले में गैंगस्टर समूहों की संलिप्तता का संकेत मिल रहा है। हालांकि पुलिस ने किसी विशेष गैंग का नाम नहीं लिया है, लेकिन जानकारी के अनुसार इनमें ऐसे गैंग शामिल हैं जो पूर्व में फिरौती जैसे मामलों में सक्रिय रहे हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए श्रीगंगानगर पुलिस ने दो टीमें दिल्ली भेजी हैं। पहली टीम, जो एसएचओ देवेंद्रसिंह के नेतृत्व में है, ने महत्वपूर्ण जानकारियाँ हासिल की हैं। दूसरी टीम, जिसका नेतृत्व एएसआई हंसराज कर रहे हैं, आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
इस मामले में सुनील पहलवान ने 23 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने उस दिन सात शूटर्स को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक को श्रीगंगानगर से पकड़ा गया था। मामले की जांच जारी है, और आगे और खुलासों की उम्मीद जताई जा रही है।
श्रीगंगानगर में एक शूटर से पूछताछ के दौरान पूर्व विधायक राजकुमार गौड़ के भांजे सुनील पहलवान की हत्या के इरादे से रैकी करने की जानकारी सामने आई। इसके बाद पुलिस ने सुनील पहलवान को सुरक्षा प्रदान की है, और उसके घर के आसपास सादा वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
सुनील पहलवान ने जान से मारने की नीयत से रैकी करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। इसके बाद, श्रीगंगानगर पुलिस ने जवाहरनगर के एसएचओ देवेंद्र सिंह को पहले दिल्ली भेजा। अब, सदर थाने के एएसआई हंसराज के नेतृत्व में एक अन्य टीम भी दिल्ली भेजी गई है, जो आरोपियों से पूछताछ कर रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कार्रवाई तेज कर रही है।
एसपी गौरव यादव ने पुष्टि की है कि पूर्व विधायक राजकुमार गौड़ के भांजे सुनील पहलवान की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। उन्होंने बताया कि रैकी करने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पहलवान के सिंधी कॉलोनी स्थित घर के आसपास गश्त शुरू कर दी है, और सादा वर्दी में पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं।
सुनील पहलवान अपने मामा, पूर्व विधायक राजकुमार गौड़ के करीबी लोगों में शामिल हैं। उन्हें पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी धमकियाँ मिली थीं। हाल ही में, उनका एक प्रमुख राजनीतिक परिवार के साथ विवाद भी हुआ था। ऐसे में रैकी और हत्या की योजना को पूर्व में मिली धमकियों और विवादों से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक किसी व्यक्ति को इस मामले में संलिप्त नहीं ठहराया है, फिर भी ताजा रैकी को पूर्व की धमकियों और विवादों से जोड़ा जा रहा है।
राजकुमार गौड़ 2018 से 2023 तक श्रीगंगानगर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक रहे। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार को समर्थन दिया था। इसके अलावा, वे श्रीगंगानगर नगर विकास न्यास के अध्यक्ष और बीसूका के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।