राजस्थान में शिक्षा के नवनिर्माण के लिए 28,000 करोड़ रुपये के 507 एमओयू,रोजगार और डिजिटल शिक्षा पर मंथन

Rajasthan

जयपुर, 6 नवंबर। कभी मरूभूमि के रूप में पहचान रखने वाला हमारा राजस्थान निरंतर प्रगति, समृद्धि और उन्नति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास और जनता के हितोतार्थ ‘राइजिंग राजस्थान’ जैसा ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व आयोजन आयोजित होने जा रहा है। इससे पूर्व प्रदेश की शिक्षा में नवनिर्माण का मार्ग प्रशस्त करने, सकारात्मक परिवर्तन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न उद्देश्यों को साकार करने और शिक्षा के क्षेत्र में निवेश की दिशा में 6 नवंबर को होटल इंटरकॉन्टिनेंटल, जयपुर में एजुकेशन प्री-समिट 2024 का आयोजन किया गया । उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, कौशल एवं उद्यमिता विभाग तथा खेल एवं युवा मामलात के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह सम्मेलन न केवल शिक्षा क्षेत्र के भामाशाह, दानदाता, और हितधारकों को एक साथ लाएगा, बल्कि शिक्षा के भविष्य के विकास हेतु रणनीतियों और नवाचारों पर विचार-विमर्श का एक महत्वपूर्ण मंच भी प्रदान करेगा। कार्यक्रम में राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, राजस्थान सरकार, शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर, कौशल नियोजन उद्यमिता विभाग, युवा एवं खेल विभाग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मौजूद रहे

रोजगारोन्मुखी शिक्षा एवं निवेश पर मंथन

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी की अध्यक्षता और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जी के कुशल नेतृत्व में हो रही इस प्री-समिट का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल, ई-लर्निंग, डिजिटल शिक्षा, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, नए शैक्षिक दृष्टिकोण, कौशल विकास की सहायता से शिक्षा को रोजगारोन्मुख बनाने के प्रयास, नवाचार और भविष्य की संभावनाओं के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर उच्च-स्तरीय मंथन करना है। यह समिट राज्य की राजकीय शिक्षा में सुधार और उन्नति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इसके बाद शिक्षा में नवनिर्माण का नया युग प्रारंभ होना सुनिश्चित किया जाने की उम्मीद है।

मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि शिक्षा विकास का मुख्य आधार होती है, शिक्षा में किया गया छोटा निवेश भी बड़ा प्रभाव लाता है। वह सबसे अहम होता है। उन्होने बताया कि प्री-समिट में 28 हजार करोड़ के 507 एमओयू किए गए हैं, जो शिक्षा, तकनीकी-उच्च शिक्षा, कौशल विकास व खेल में विकास की नई राह खोलेंगे। राजस्थान में हर क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और हालांकि हमारे पास तैयारी के लिए सीमित समय था, लेकिन हम आपके सहयोग से इन पहलों को सफलतापूर्वक लागू करने में सक्षम होंगे। हम 6 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। चाहे खनन हो, स्वास्थ्य हो या ऊर्जा, सभी क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 राजस्थान के लिए आर्थिक विकास के एक नए युग की शुरुआत करेगा।”

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में राजस्थान प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। मुझे खुशी है कि इस आयोजन का उद्देश्य आर्थिक सहयोग नहीं बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।

शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि अपनी माटी से जुड़ने के लिए मैं राजस्थान के लोगों का, निवेशकों, भामाशाहों, दानदाताओं का आभार प्रकट करता हूं। शिक्षा जीवन की नींव होती है, जो भी मंजिलें तय की जाएंगी, यह उनका आधार होगी। हम शिक्षा के साथ संस्कार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

कौशल नियोजन उद्यमिता विभाग, युवा एवं खेल विभाग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि शिक्षा डिग्री के लिए नहीं जीवन के लिए होनी चाहिए। खेल अनुशासन, आत्मविश्वास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

प्रदेश को मिलेगी नई दशा एवं दिशा

राजस्थान सरकार का ध्येय है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को केवल राज्य स्तर पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है। इन उद्देश्यों की परिपूर्णता हेतु इस वृहत आयोजन में शिक्षा क्षेत्र के विशिष्ठ नीति विशेषज्ञ, शिक्षाविद, उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां, भामाशाह, दानदाता और प्रदेश की शिक्षा को नई दिशा देने वाले विशेषजन शामिल हो रहे हैं।

‘भविष्य का राजस्थान’ विजन पर फोकस

प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी के ‘भविष्य का राजस्थान’ विजन को साकार करने के तीव्र प्रयास राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। एजुकेशन प्री-समिट इसी स्वर्णीम यात्रा का एक अहम पड़ाव है। इस पड़ाव में उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा जी, केबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ , उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जी सहित निवेशक एवं अधिकारी भी मौजूद रहे।