जयपुर, 18 नवम्बर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान का युवा बेहद प्रतिभाशाली है और राज्य में खेलों के क्षेत्र में विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित की जा रही हैं, ताकि राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकें। मुख्यमंत्री ने खेलों में प्रदेश को अग्रणी बनाने को अपनी सरकार की प्राथमिकता बताया।
शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित खेल एवं युवा मामले विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि युवाओं के सर्वांगीण विकास और खेलों को बढ़ावा देने के लिए की गई बजटीय घोषणाओं का समयबद्ध और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए, ताकि इन योजनाओं का लाभ प्रदेश के युवाओं और खिलाड़ियों को जल्दी मिल सके।
युवा और खेल नीति का मसौदा तैयार
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार जल्द ही एक युवा नीति लाएगी, जिसका उद्देश्य युवाओं के सर्वांगीण विकास, उनके प्रोत्साहन और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान पर होगा। उन्होंने कहा कि खेलों का भी युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण में अहम योगदान है और राज्य में हर स्तर पर खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए समुचित वातावरण तैयार किया जा रहा है। साथ ही, खेल नीति 2024 भी तैयार की जा रही है, जो खेल के बुनियादी ढांचे के साथ-साथ विज्ञान, विश्लेषण, काउंसलिंग और पोषण को शामिल करेगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इन दोनों नीतियों को शीघ्र अंतिम रूप देने और कार्यवाही पूरी करने के निर्देश दिए।
‘खेलो राजस्थान’ से मिलेगा स्थानीय स्तर पर प्रतिभाओं को मंच
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि ‘खेलो इंडिया’ यूथ गेम्स की तर्ज पर राज्य में ‘खेलो राजस्थान’ यूथ गेम्स आयोजित किए जाएंगे। इससे स्थानीय स्तर पर छिपी प्रतिभाओं को सामने लाने का अवसर मिलेगा। इस पहल के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को खेल प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने के उद्देश्य से राज्य ने 10 हजार आबादी वाली 163 ग्राम पंचायतों का चयन किया है। इन ग्राम पंचायतों में ओपन जिम और खेल मैदान बनाए जाएंगे, और मुख्यमंत्री ने इसके निर्माण और उचित रखरखाव की दिशा में कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया।
मिशन ओलंपिक 2028: विश्वस्तरीय सुविधाएं देने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों को ओलंपिक खेलों के लिए तैयार करने हेतु मिशन ओलंपिक 2028 शुरू किया गया है। इसके तहत, राज्य के 50 सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को ओलंपिक स्तर की विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके लिए जयपुर में 100 करोड़ रुपये की लागत से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फोर स्पोर्ट्स का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस परियोजना को शीघ्र पूरा किया जाए। इसके अलावा, राज्य युवा महोत्सव, पदक विजेताओं को आउट ऑफ टर्न नियुक्ति और टारगेट ओलंपिक पोडियम (टीओपी) जैसे विभिन्न मुद्दों पर भी समीक्षा की गई।
बैठक में शासन सचिव खेल और युवा मामले डॉ. नीरज के पवन ने विभाग की बजटीय घोषणाओं की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान खेल एवं युवा मामले मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़, मुख्य सचिव सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल और प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।