प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचे, जहां उन्होंने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (PEC) में हाल ही में लागू किए गए तीन नए क्रिमिनल कानूनों—भारतीय दंड संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, और भारतीय साक्ष्य अधिनियम—की समीक्षा की।
इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह दिन भारतीय न्याय व्यवस्था के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि यह गुलामी के दौर के कानूनों से छुटकारा पाने का दिन है। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ अब देश का पहला राज्य बन जाएगा, जहां इन तीनों कानूनों को पूरी तरह से लागू किया जाएगा। शाह ने कहा कि पुराने कानून ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान बनाए गए थे, जो नागरिकों की सुरक्षा के बजाय औपनिवेशिक शासन की रक्षा के लिए थे। इन नए कानूनों का उद्देश्य भारतीयों की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि तीन साल के भीतर ये कानून पूरे देश में लागू कर दिए जाएंगे।
इससे पहले, चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने पीएम मोदी, अमित शाह और पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को पुलिस कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने पीएम के सामने हत्या के मामले का प्रदर्शन किया, जिसमें अपराध से लेकर सबूत इकट्ठा करने, फोरेंसिक टीम और नई तकनीकी मदद से जांच प्रक्रिया के बारे में बताया गया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी और आरोपियों को सजा दिलाने का तरीका भी समझाया गया।
चंडीगढ़ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नए कानूनों के तहत अब तक 900 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और 4 मामलों में फैसले भी हो चुके हैं। सभी पुलिस थाने कम्प्यूटरीकृत हो चुके हैं और पुलिस के पास नई तकनीक आ चुकी है। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को जागरूक किया जा रहा है ताकि वे आसानी से न्याय प्राप्त कर सकें। नए कानूनों के तहत नागरिक अब अपनी शिकायत अपनी जानकार भाषा में दर्ज करा सकते हैं, और उन्हें थाने का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
इस बीच, पीएम मोदी के आगमन से पहले सेक्टर-23 में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने चंडीगढ़ नगर निगम के लिए फंड की घोषणा को लेकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक लुबाना, प्रदेश महासचिव कपिल चोपड़ा सहित अन्य प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।