राजस्थान के कोटपूतली के किरतपुरा क्षेत्र की बड़ीयाली ढाणी में तीन साल की बच्ची चेतना चौधरी बोरवेल में गिरकर 150 फीट की गहराई पर फंसी हुई है। बच्ची को बचाने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमों द्वारा संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
बचाव अभियान: आधुनिक तकनीक का सहारा
बच्ची को बाहर निकालने के लिए अंब्रेला सपोर्ट और रॉड तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। रॉड की मदद से अंब्रेला सपोर्ट को नीचे भेजा गया है। इसके बाद, दूसरी रॉड में लगी रस्सी का इस्तेमाल कर बच्ची को सावधानीपूर्वक ऊपर लाने की योजना बनाई गई है।
बोरवेल में बच्ची को ऑक्सीजन पाइप के जरिए सांस लेने में मदद दी जा रही है। बोरवेल में उतारे गए कैमरे से पता चला है कि बच्ची मूवमेंट कर रही है और हाथ हिलाते हुए दिखाई दी। बच्ची के रोने की आवाज भी रिकॉर्ड की गई है, जिससे उसके जीवित होने की पुष्टि हुई है।
कैसे हुआ हादसा?
सोमवार दोपहर करीब 1:50 बजे चेतना अपनी बड़ी बहन के साथ घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान उसका पैर फिसला और वह खुले पड़े बोरवेल में गिर गई। रोने की आवाज सुनते ही परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद सरुंड थाना पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा और बचाव कार्य शुरू किया।
सुबह ही निकाले गए थे पाइप
बताया जा रहा है कि बच्ची के घर के बाहर खुदे हुए बोरवेल से सोमवार सुबह ही प्लास्टिक के पाइप निकाले गए थे, जिससे बोरवेल खुला रह गया। 150 फीट की गहराई पर पत्थरों के कारण बोरवेल का व्यास संकरा हो गया है, जिस वजह से बच्ची वहां अटक गई।
स्थानीय प्रशासन का प्रयास
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और बचाव दल सक्रिय हो गए। बचाव अभियान में तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है, ताकि बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। ग्रामीण और परिजन रेस्क्यू अभियान की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।