उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेते हुए एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में मुसलमानों की एंट्री को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “भारत की सनातन परंपरा में आस्था रखने वाले मुसलमानों का कुंभ में स्वागत है, लेकिन गलत मानसिकता के साथ आने वालों के लिए भी इंतजाम किया गया है।”
सीएम योगी के मुख्य बयान:
- सनातन परंपरा में आस्था रखने वालों का स्वागत:
योगी ने कहा कि कुंभ में उन्हीं लोगों का स्वागत है, जो भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा, “ऐसे मुसलमान, जिन्हें लगता है कि उनके पूर्वजों ने दबाव में आकर इस्लाम कबूल किया था, लेकिन वे अब भी सनातनी परंपरा से जुड़े हैं, वे प्रयागराज आकर संगम में स्नान कर सकते हैं।” - “बंटेंगे तो कटेंगे” का संदर्भ:
इतिहास का जिक्र करते हुए योगी ने कहा, “अगर आप इतिहास को देखेंगे, तो पाएंगे कि बंटे थे तो कटे थे। हमें इतिहास की गलतियों से सबक लेना चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।” - संविधान में ‘सेक्युलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्द पर सवाल:
योगी ने कहा कि संविधान की मूल प्रति, जिसे बाबा साहब अंबेडकर ने प्रस्तुत किया था, उसमें ‘सेक्युलर’ और ‘सोशलिस्ट’ जैसे शब्द नहीं थे। उन्होंने इन शब्दों को आपातकाल के दौरान जोड़े जाने का दावा किया। - विपक्ष पर निशाना:
सीएम योगी ने विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्होंने संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटा, वे आज संविधान की प्रति लेकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। योगी ने कहा कि देश की जनता ऐसे लोगों को समझ चुकी है और उन्हें सबक सिखा रही है।
योगी आदित्यनाथ के इन बयानों को लेकर राजनीतिक हलकों में बहस शुरू हो गई है। महाकुंभ, जो एक धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, इस बार राजनीतिक चर्चाओं का भी केंद्र बन गया है।