Ahmedabad : गुजरात विधानसभा के पहले चरण की वोटिंग के लिए सभी पार्टी जोर-शोर से प्रचार प्रसार कर रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात के खेड़ा में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस हमला बोलते हुए कहा कि उनके राज में आतंकवाद चरम पर था। उन्होंने कहा कि गुजरात भी लंबे समय से आतंकवाद का निशाना रहा है। लेकिन बीजेपी की सरकार आने के बाद सुधार हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में आपके एक वोट ने देश से आतंकवाद को सफाया करने को लेकर बहुत बड़ी पहल की थी। उन्होंने कहा कि 25 साल तक के राज्य के युवाओं ने कभी नहीं देखा कि कर्फ्यू कैसा होता है।
कांग्रेस शासन में चरम पर था आतंकवाद
जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात के लोग सूरत और अहमदाबाद में विस्फोटों में मारे गए। तब कांग्रेस केंद्र में थी, हमने उनसे आतंकवाद को निशाना बनाने को कहा लेकिन उन्होंने इसके बजाय मुझे निशाना बनाया। कांग्रेस के शासन काल में देश में आतंकवाद चरम पर था।
सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाती है कांग्रेस
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में आपके एक वोट ने देश से आतंकवाद को सफाया करने को लेकर बहुत बड़ी पहल की थी। इससे बहुत बड़ा अंतर पैदा हुआ था। देश के शहरों की तो बात ही छोड़िए, अब आतंकवादियों को हमारी सीमाओं पर हमला करने से पहले भी बहुत कुछ सोचना पड़ता है, लेकिन कांग्रेस हमारी सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाती है।
वोट बैंक की राजनीति में लिप्त है कांग्रेस और आप
आम आदमी पार्टी पर भी पीएम मोदी ने निशाना साधा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की तरह आप भी वोट बैंक की राजनीति में लिप्त है। उन्होंने कहा कि जब तक वोट बैंक की राजनीति का सफाया नहीं हो जाता तब तक आतंकवाद का भूत बना रहेगा। पीएम ने आप पर हमला बोलते हुए कहा कि कुल दल सत्ता के शॉर्टकट के लिए में तुष्टिकरण की राजनीति का उपयोग कर रहे।
आतंकवाद भी कांग्रेस के लिए वोट बैंक
पीएम मोदी ने कहा कि हमने गुजरात में आतंकियों को पकड़ा लेकिन दिल्ली की तत्कालीन कांग्रेस सरकार वोट बैंक की राजनीति के लिए आतंकियों को बचा रही थी। बाटला हाउस एनकाउंटर के दौरान कांग्रेस नेता आतंकियों के समर्थन में रो पड़े थे। आतंकवाद भी कांग्रेस के लिए वोट बैंक है। अब सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, ऐसी कई पार्टियां उठ खड़ी हुई हैं, जो शॉर्टकट और तुष्टीकरण की राजनीति में विश्वास रखती हैं।
महामारी के दौरान 3 लाख करोड रुपए का मुफ्त अनाज दिया गया
पीएम ने कहा कि डॉक्टरों या इंजीनियरों को अंग्रेजी की आवश्यकता क्यों है? वे अपनी मातृभाषा में क्यों नहीं पढ़ सकते?। बीते कुछ सालों में शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार देखने को मिल रहा है। जनता के लिए केंद्र सरकार हर प्रकार से मदद कर रही है। महामारी के दौरान मुफ्त अनाज दिया गया। इस योजना पर 3 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए।