गोवा :- पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को गोवा की राजधानी पणजी पहुंचे। उन्होंने यहां 9वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के समापन समारोह में AIIMS के आयुष अस्पताल का उद्घाटन किया। इसी के साथ उन्होंने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन और दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी का वर्चुअल उद्घाटन किया।
इस मौके पर मोदी ने कहा कि हमारे सामने अपने ज्ञान, विज्ञान और सांस्कृतिक अनुभव से विश्व के कल्याण का संकल्प अमृत काल का बड़ा लक्ष्य है, आयुर्वेद इसके लिए एक प्रभावी माध्यम है। योग और आयुर्वेद आज दुनिया के लिए बड़ी उम्मीद हैं। मुझे यकीन है कि ये तीनों संस्थान आयुष हेल्थ केयर व्यवस्था को नई गति देंगे। आयुर्वेद एक ऐसा ज्ञान है जिसका मोटो है, सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः। इसका मतलब है सबका सुख और सबका स्वास्थ्य।
आयुर्वेद पर भारत की कोशिशों की आज दुनिया तारीफ कर रही है। आज 30 से ज्यादा देशों ने आयुर्वेद को मान्यता दी है।
हमें आयुर्वेद के ‘डेटा बेस्ड एविडेंस’ का डॉक्युमेंटेशन करना है
मोदी ने कहा कि दुनिया भी अब इस प्राचीन जीवन दर्शन की तरफ लौट रही है। मुझे खुशी है कि भारत में आयुर्वेद को लेकर बहुत पहले से ही काम शुरू हो चुका है। हमारे पास आयुर्वेद का परिणाम भी था और प्रभाव भी, लेकिन प्रमाण के मामले में हम पिछड़ रहे थे। इसलिए आज हमें ‘डेटा बेस्ड एविडेंस’ का डॉक्युमेंटेशन करना है। इसके लिए हमें लंबे समय तक निरंतर काम करना होगा।
आयुष उद्योग पिछले 8 वर्षों में सात गुना बढ़कर 20,000 करोड़ रुपए से 1.4 लाख करोड़ रुपए हो गया।
मोदी ने बताया कि अंतराष्ट्रीय योग दिवस को अब पूरी दुनिया हेल्थ और वेलनेस के ग्लोबल फेस्टिवल के तौर पर मनाती है। इसका मतलब योग और आयुर्वेद को पहले उपेक्षित समझा जाता था, आज वो पूरी मानवता के लिए एक नई उम्मीद बन गया है। भारत में राष्ट्रीय आयुष रिसर्च कंसोर्टियम होगा। कोविड महामारी के दौरान आयुष क्षेत्र में 150 विशिष्ट रिसर्च हुए।
आयुर्वेद जीवन जीने का तरीका
कुछ लोग समझते हैं कि आयुर्वेद, सिर्फ इलाज के लिए है लेकिन इसकी खूबी ये भी है कि आयुर्वेद हमें जीवन जीने का तरीका सिखाता है। आयुर्वेद हमें सिखाता है कि हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर की तरह ही शरीर और मन भी एक साथ स्वस्थ रहने चाहिए। इनमें तालमेल रहना चाहिए। यह एक मार्गदर्शक है कि हम अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को कैसे बनाए रखें। हमने दुनिया के सामने ‘वन अर्थ वन हेल्थ’ का फ्यूचरिस्टिक विजन रखा है। इसका मतलब हेल्थ के लिए एक ब्रॉड विजन है।
30 से ज्यादा देशों ने आयुर्वेद को मान्यता दी
आयुर्वेद इलाज से ज्यादा वेलनेस की बात करता है। आयुर्वेद पर सहमति और स्वीकार्यता बनाने में समय लगा। मोदी ने कहा कि जब वे गुजरात में CM थे तभी से आयुर्वेद को बढ़ावा देते आ रहे हैं।
भारत इस वर्ष G20 समूह की अध्यक्षता और मेजबानी कर रहा है। हमने G20 समिट की थीम वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर रखा है।
सावंत बोले- गोवा के लिए आज का दिन इम्पॉर्टेंट
इससे पहले समारोह को संबोधित करते हुए गोवा के CM प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा और आयुर्वेद के लिए आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश बदल रहा है आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस लेकर आए। जो 70 सालों में नहीं हुआ था वो पीएम ने 8 साल में करके दिखाया। आज तक गोवा में अलग से आयुष मंत्रालय नहीं था मगर आज वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के बाद से गोवा में अलग से आयुष मंत्रालय होगा। वो राज्य में आयुष डॉक्टर के लिए समर्पित होगा।