New Delhi : भारत चीन की तवांग सेक्टर में हुई झड़प के बाद LAC के पास शुरू हुए युद्धाभ्यास का आज दूसरा दिन है। इस युद्धाभ्यास में सुखोई और राफेल जैसे लड़ाकू विमान आसमान में उड़ान भरेंगे। सूत्रों ने कहा कि अभ्यास का उद्देश्य क्षेत्र में भारतीय वायुसेना (IAF) की समग्र युद्धक क्षमता और सैन्य तैयारियों की जांच करना है। हालांकि युद्ध अभ्यास की योजना भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच आमने-सामने होने से बहुत पहले बनाई गई थी।
Eastern Air Command के अधिकारी करेंगे युद्धाभ्यास की समीक्षा
एक सूत्र ने को बताया कहा कि पूर्वोत्तर में सभी फ्रंटलाइन एयर बेस और कुछ प्रमुख एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड्स (Advanced Landing Grounds) अभ्यास में शामिल होने के लिए तैयार हैं। पूर्वी वायु कमान (Eastern Air Command) के शीर्ष अधिकारी सुरक्षा मैट्रिक्स के मद्देनजर क्षेत्र में भारतीय वायुसेना की तैयारियों की व्यापक समीक्षा भी करेंगे।
वहीं युद्धाभ्यास पर पूर्वी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता (lieutenant General RP Kalita) ने कहा कि अभी स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा, “बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर से सेना को मदद मिलती है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। तवांग में हालात नियंत्रण में है। बुमला में फ्लैग मीटिंग भी की गई और मामले को सुलझा लिया गया है।”