नवरात्रि का त्योहार नौ दिनों तक मनाया जाता है। वहीं नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि का बड़ा महत्व माना गया है। इन तिथियों को क्रमशः दुर्गा अष्टमी और महानवमी के नाम से जानते हैं। वहीं मान्यता है कि अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजा करने से मां दुर्गा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस साल सोमवार, 3 अक्टूबर और बुधवार, 4 अक्टूबर को कन्या पूजा की जाएगी। कन्या पूजन के समय छोटी-छोटी कन्याओं को भोजन कराने के बाद उन्हें भेंट देकर विदा करने की भी परंपरा है।
कन्याओं को भेंट स्वरुप दे सकते हैं निम्न भेंट :
शृंगार की चीजें- कन्या पूजन के समय भेंट में कन्याओं को शृंगार की सामग्री देना शुभ माना जाता है। इसके लिए शृंगार की चीजों को पहले पूजा में दुर्गा मां को अर्पित करें। फिर शृंगार की चीजों को कन्याओं को बांटें।
फल- ज्योतष के जानकारों के अनुसार कन्याओं को भोजन करवाने के बाद विदा करते समय उन्हें एक फल उपहार में जरूर दें। मान्यता है कि कन्याओं को फल देकर विदा करने से आपके पुण्य फलों में वृद्धि होती है। इसके लिए आप केला अथवा नारियल छोटी कन्याओं को भेंट कर सकते हैं।
लाल रंग के वस्त्र- शास्त्रों के अनुसार मां दुर्गा को लाल रंग बेहद प्रिय है। ऐसे में अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्याओं को उपहार में लाल रंग के वस्त्र देना शुभ होता है। आप केवल लाल रंग की चुनरी भी भेंट में दे सकते हैं।
हलवा- कन्या पूजा के समय कन्याओं को आप अपनी इच्छा य सामर्थ्य अनुसार भोजन करा सकते हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कन्याओं को कोई मिष्ठान जरूर खिलाएं। इसके लिए आप आटे या सूजी का हलवा और खीर का भोग माता दुर्गा को लगाकर इसे कन्याओं को खाने के लिए दें।