जयपुर : राजस्थान में कांग्रेस में चल रहे सियासी घमासान के कारण प्रदेशभर की यूआईटी, प्राधिकरण और अन्य राजनीतिक नियुक्तियों की उम्मीद कर रहे नेताओं को झटका लगा है। वर्तमान हालत में यह मुश्किल लगता है कि यूआईटी या प्राधिकरणों में जल्द नियुक्तियां हो। ऐसे में यह माना जा रहा है कि ये नियुक्तियां अब गुजरात चुनाव तक होने की संभावनाएं नहीं हैं। इससे कई नेताओं की उम्मीदों को झटका लगेगा जो यह मान रहे थे कि कम से कम सरकार के सवा साल रहते उनकी इन पदों पर नियुक्ति हो सकती है।
प्रदेशभर की यूआईटी और प्राधिकरण के चेयरमैन पद इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये किसी भी जिले के राजस्व और विकास से जुड़ी सबसे महत्वपूर्ण संस्थाएं होती हैं। यही वजह है कि बड़े-बड़े नेता इन पदों की लाइन में होते हैं। वर्तमान सरकार में भी प्राधिकरण और यूआईटी के लिए पूर्व मंत्री, विधायक और डिस्ट्रिक्ट कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जैसे लोग भी दावेदार हैं।