जयपुर:-केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम अशोक गहलोत के आरोपों पर जवाबी हमला बोला है। शेखावत ने कहा कि सीएम मेरी राजनीतिक हत्या करने के प्रयास के तहत मेरा चरित्र हनन कर रहे हैं। संजीवनी मामले में एसओजी ने तीन-तीन चार्जशीट पेश कर दी, मेरा या मेरे परिवार का कहीं नाम तक नहीं है। फिर भी मुख्यमंत्री ने मुझे अभियुक्त कहा। गजेंद्र सिंह देर शाम जयपुर में प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
गजेंद्र सिंह ने कहा – संजीवनी क्रेडिट सोसाइटी में अभियुक्त कौन है? इस मामले में मुख्य अभियुक्त को कांग्रेस बाड़मेर के पचपदरा से चुनाव लड़ाने की जुगत में थी। संजीवनी सोसाइटी के रजिस्ट्रेशन से लेकर उसे मल्टी स्टेट करा लाइसेंस तक कांग्रेस राज में मिला। सीएम ने मेरी राजनीतिक हत्या करने का प्रयास किया और सार्वजनिक रूप से चरित्र हनन का अभियान चलाया। चार साल में एसओजी की तीन चार्जशीट में कहीं मेरा या मेरे परिवार का नाम नहीं फिर भी मुझे अभियुक्त कहा गया।
एसओजी का दुरुपयोग करके गजेंद्र सिंह को फंसाने का प्रयास
शेखावत ने कहा- क्या इसे व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने की कोशिश के रूप में देखा जाए? क्या इसे अपने बेटे की शर्मनाक हार की खीझ मिटाने के प्रयास के रूप में देखा जाए? क्या सीएम का यह बयान पुलिस को इशारा समझा जाए? सीएम ने केवल सार्वजनिक मंचों से कीचड़ उछालने का प्रयास किया है। एसओजी का दुरुपयोग करके गजेंद्र सिंह को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।
मैंने केंद्र सरकार से सुरक्षा नहीं मांगी, एसओजी केवल बोल दे खुद पहुंच जाऊंगा
एसओजी की गिरफ्तारी से बचने जेड सिक्योरिटी लेने के सीएम के बयान पर गजेंद्र सिंह ने कहा- सीएम ने इस सिक्योरिटी को भी मुझ पर बोलने के लिए हथियार बनाया। मैंने केंद्र से सुरक्षा नहीं मांगी थी। पंजाब का प्रभारी होने के नाते सुरक्षा के आकलन के बाद सिक्योरिटी बढ़ाई गई। सीएम कहते हैं की एसओजी की गिरफ्तारी से बचने के लिए मेरी सिक्योरिटी बढ़ाई गई। मैं तो प्रदेश के हर हिस्से में जाता हूं। मैं चुनौती देकर कहता हूं, अगर किसी भी स्तर पर मैं दोषी पाया जाता हूं तो एसओजी केवल मुझे बोल दे, मैं खुद सहर्ष एसओजी के पास पहुंच जाऊंगा।
मुझे वॉयस सैंपल के लिए एक भी नोटिस नहीं मिला
गजेंद्र सिंह ने कहा- कांग्रेस की जब घर की लड़ाई हुई तो देश में पहली बार बिना जांच किसी केंद्रीय मंत्री के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में केस दर्ज किया गया। मुझे लुटेरा, भगौड़ा, और न जाने क्या क्या कहा गया। बाद में अचानक वह केस वापस ले लिया गया। वाूयस सैंपल के लिए मुझे आज तक पुलिस, एसओजी या एसीबी ने एक भी नोटिस नहीं दिया।
जलन इस कदर नहीं होनी चाहिए, गहलोत के स्तर पर नहीं जाना चाहता
शेखावत ने कहा- जनता के आशीर्वाद की जलन इस कदर नहीं होनी चाहिए कि अगर आप जीत नहीं पाए तो उस पर लांछन लगाने में जुट जाएं। सैकड़ों बादल भी अगर आ जाएं तो सूरज को उगने से कोई नहीं रोक सकता। गहलोत के खिलाफ मानहानि का केस करने का सवाल पर शेखावत ने कहा- उन्होंने इसके लिए मुझे बहुत मौके दिए हैं लेकिन मैं उनके स्तर पर नहीं जाना चाहता।