AAP ने गोपाल इटालिया को हटाया:ईशुदान गढ़वी बने गुजरात के नए प्रदेश अध्यक्ष,अल्पेश कथीरिया सूरत के कार्यकारी अध्यक्ष

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अहमदाबाद :- आम आदमी पार्टी (आप) ने गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया की छुट़्टी कर दी है। उनकी जगह ईशुदान गढ़वी को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी ने कार्यकारी अध्यक्षों की भी घोषणा कर दी है। अलग-अलग जोन में छह कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं। बता दें, AAP ने विधानसभा चुनावों में गढ़वी को अपनी सीएम कैंडिडेट बनाया था। हालांकि, गढ़वी भी चुनाव हार गए थे।

इटालिया होंगे महाराष्ट्र के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव
गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के पांच विधायक जीते हैं। विधानसभा चुनाव के बाद से आप ने अपने संगठन में कुछ बदलाव किए हैं। इसमें ईशुदान गढ़वी को आज आम आदमी पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जबकि गोपाल इटालिया को महाराष्ट्र का राष्ट्रीय संयुक्त सचिव और सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।

6 कार्यकारी अध्यक्षों का भी ऐलान
AAP ने सूरत में अल्पेश कथीरिया, दक्षिण गुजरात में डेडियापाडा के विधायक चैतर वसावा, उत्तर गुजरात में डॉ. रमेश पटेल, सौराष्ट्र जगमाल वाला, मध्य गुजरात में जेवल वसरा और कच्छ में कैलाश गढ़वी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है।

प्रदेश कार्यालय में हुई पार्टी संगठन की बैठक
3 जनवरी को आम आदमी पार्टी ने अहमदाबाद स्थित प्रदेश कार्यालय में पार्टी संगठन की बैठक हुई थी। इसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया, इशुदान गढ़वी, निर्वाचित विधायक सहित अन्य सभी प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित भी मौजूद रहे। विधानसभा चुनाव के बाद जिला पंचायत चुनाव की भी रणनीति बनाई गई थी। इसी बैठक में ईशुदान गढ़वी को गुजरात का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर भी चर्चा हुई थी।

गोपाल इटालिया से AAP को हुआ नुकसान
के तौर पर आम आदमी पार्टी ने गोपाल इटालिया को संगठन में सर्वोच्च पद दिया था। लेकिन आम आदमी पार्टी में सबसे ज्यादा विवादों में अगर कोई रहा है तो वह गोपाल इटालिया रहे हैं. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी और अपने पदाधिकारियों की छवि को बनाए रखने के लिए काफी प्रयास किए थे. लेकिन गोपाल इटालिया के साथ पिछले कई विवाद सामने आते रहे और आम आदमी पार्टी को इसका नुकसान उठाना पड़ा। प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भी वे कटारगाम विधानसभा सीट से खुद को नहीं जीत सकेछ। हिंदू संत महंत को लेकर दिए अपने बयानों से वे लगातार विवादों में रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल किया, उससे भी पार्टी को काफी नुकसान हुआ। एक तरह से गोपाल इटालिया से पार्टी को फायदा कम और नुकसान ज्यादा हुआ है।

कौन हैं ईशुदान गढ़वी?
40 साल के ईशुदान गढ़वी का जन्म 10 जनवरी 1982 को गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में हुआ था। उन्होंने गुजरात विद्यापीठ से पत्रकारिता एवं जनसंप्रेषण में मास्टर्स की डिग्री ली है। पत्रकारिता के अपने शुरुआती दिनों में वह दूरदर्शन के लोकप्रिय कार्यक्रम योजना में भी काम किया। उन्होंने बतौर रिपोर्टर कई बड़े घोटालों का पर्दाफाश किया था, जिसके बाद गुजरात सरकार ने ऐक्शन लिया था। गढ़वी को एक निडर पत्रकार के रूप में जाना जाता है। फिलहाल वह पार्टी के महासचिव और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं।

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