जयपुर :- गुजरात में अपने कदम रखने के बाद अब आम आदमी पार्टी राजस्थान की ओर रुख करने जा रही है। आम आदमी पार्टी ने यह तय कर लिया है कि अब उनका अगला लक्ष्य राजस्थान और हरियाणा होंगे। इनमें राजस्थान पर वह सबसे पहले अपना पूरा जोर लगाएगी। इसके लिए अगले साल के पहले महीने से ही तैयारियां शुरू हो जाएंगी। जनवरी में आम आदमी पार्टी की टीमें राजस्थान आ जाएंगी।
दरसअल, गुजरात में 5 सीटें जीतने और राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनने के बाद आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद हैं। ऐसे में अब आम आदमी पार्टी राजस्थान में अपने पैर जमाना चाहती है। तय किया गया है कि गुजरात की तर्ज पर ही पूरे जोर-शोर के साथ आप पार्टी राजस्थान में भी चुनाव लड़ेगी। वहीं साथ ही साथ दिल्ली से करीब होने के चलते हरियाणा में भी आप पार्टी अपना जोर दिखाएगी।
गुजरात वाले संदीप पाठक की ही होगी जिम्मेदारी
गुजरात की तर्ज पर राजस्थान में भी जिम्मेदारी राष्ट्रीय संगठन प्रभारी और आप के राज्यसभा सांसद संदीप पाठक को ही दी गई है। वे ही राजस्थान में चुनाव की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा पहले से ही राजस्थान में सक्रिय हैं।
जनवरी से शुरू होगा टीमों का राजस्थान में काम
आप सूत्रों का कहना है कि जनवरी से पार्टी राजस्थान में सक्रियता के साथ अपना काम शुरू कर देगी। प्राइमरी तौर पर सर्वे हो चुके हैं। उसके अलावा जनवरी से आगे के सर्वे भी शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा सदस्यता भी तेजी से बढ़ाई जाएगी। राजस्थान में भी दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर ही आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी। दिल्ली और पंजाब की ही तरह विकास के मॉडल को आगे रखेगी।
राजस्थान में चेहरों की तलाश में आप
राजस्थान में आम आदमी पार्टी चेहरों की तलाश में है। ऐसे में जनवरी से पार्टी की वर्किंग इस ओर भी शुरू होगी। आप सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में दोनों ही पार्टियों से जुड़े कुछ युवा नेताओं से वह संपर्क में है। साथ ही नए चेहरों को भी जोड़ने की तैयारी है।
राजस्थान बड़ा राज्य, यहां कैम्पेनिंग सबसे बड़ा चैलेंज : विनय मिश्रा
आप के राजस्थान की उम्मीदों को लेकर जब राजस्थान के प्रभारी और दिल्ली में विधायक विनय मिश्रा से जब हमने विशेष बातचीत की तो उन्होंने कहा कि राजस्थान को लेकर हमारे सर्वे काफी अच्छे आए हैं। मिश्रा ने बताया कि राजस्थान में कैम्पेनिंग हमारे लिए सबसे बड़ा चैलेज हैं।
राजस्थानक के सर्वे सबसे अच्छे आए हैं
विनय मिश्रा के मुताबिक – हमने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के सर्वे करवाए हैं। इनमें राजस्थान के सर्वे बहुत अच्छे आए हैं। राजस्थान के लोग बदलाव चाहते हैं। एंटी इनकंबेंसी और दोनों पार्टियों में जो खींचतान है, उसको देखते हुए लग रहा है कि हम अच्छा कर सकते हैं। राजस्थान बदलाव चाह रहा है।
सीएम सिर्फ बड़ी घोषणाएं करते हैं
विनय मिश्रा बताते हैं – राजस्थान में सिर्फ इंग्लिश मॉडल की बात होती है, लेकिन स्कूलों में टीचर नहीं है। वे बड़ी-बड़ी घोषणाएं ही करते हैं। मोहल्ला क्लिनिक की बात सीएम करते हैं, लेकिन मोहल्ला क्लिनिक कहां हैं। हमने इस देश में राजनीति को विकास मॉडल पर शिफ्ट किया है। दोनों ट्रेडिशनल पार्टीज हैं। आप मात्र 10 साल में नेशनल पार्टी बनी है। काडर हमारा है, बस उसे चैनेलाइज करने की जरूरत है।
बड़ी पार्टियों के पास हेलिकॉप्टर-प्लेन, हमारे पास नहीं
विनय मिश्रा के मुताबिक हमने सारी चुनौतियों का एनालिसिस किया है। राजस्थान बहुत बड़ा है। देश का 10वां हिस्सा है। हम ईमानदार पार्टी हैं। बाकी पार्टियां बड़ी पार्टियां है। उनके पास हेलिकॉप्टर और प्लेन वगैरह है, जबकि हमारे सीएम ने गुजरात में रोड ट्रैवल करके प्रचार किया है। मगर राजस्थान में यह संभव नहीं है तो राजस्थान में यह कैसे होगा वो देखने वाली बात है। कैम्पेनिंग के लिए राजस्थान में हमें अलग रणनीति बनानी पड़ेगी।