Jaipur : भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो ने कार्रवाई करते हुए विराट नगर थाने के रीडर को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। रीडर ने यह राशि बलात्कार के मामले में पीड़िता की मदद करने के नाम पर मांगी थी। रिश्वत लेने के बाद रीडर ने पैसों को दराज में रखा। शक होने पर वह भागने लगा तो एसीबी ने उसे पास में स्थित सीओ कार्यालय से दबोच लिया। उधर एसीबी कार्रवाई की भनक लगते ही थानाप्रभारी मौके से फरार हो गया। एसीबी अब हैड कांस्टेबल से पूछताछ कर थानाप्रभारी के बारे में पूरी जानकारी जुटाएगी।
भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो के डीजी बी.एल सोनी ने बताया कि एसीबी को परिवादी ने शिकायत दी थी जिसमें बताया था कि परिवादी ने शिकायत दी थी। जिसमें बताया था कि विराट नगर थाने का हैड कांस्टेबल नरेश शर्मा जो थानाप्रभारी कैलाश चन्द्र मीणा का रीडर भी है। वह बलात्कार के मुकदमें में मदद करने की एवज में रिश्वत मांग रहा है। नरेश शर्मा उससे 15 हजार रुपए मांग रहा था। इस पर पुलिस ने शिकायत का सत्यापन करवाया गया तो वह सही पाया। एडिशनल एसपी आहद खान की देखरेख में पुलिस निरीक्षक नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में ट्रेप के लिए जाल बिछाया गया। परिवादी ने हैड कांस्टेबल नरेश को पैसे दिए तो वह उसने पैसे लेकर दराज में रख दिए। इसी दौरान उसे कुछ शक हुआ तो वह भागकर पास में स्थित पंचायत समिति परिसर में हाल ही में संचालित हुए सीओ कार्यालय में छिप गया जहां से एसीबी ने उसे दबोच लिया। टीम ने रीडर की दराज में रखे 15 हजार रुपए बरामद कर लिए।
जिस समय एसीबी रीडर नरेश शर्मा को पकड़ रही थी, उसी दौरान थानाप्रभारी कैलाश चन्द्र मीणा फरार हो गया। मीणा कार्रवाई के दौरान शाहपुरा स्थित अपने निवास पर थे। अभी एसीबी टीम पुलिस थाने में मामले से जुड़े हुए अन्य दस्तावेज खंगाल रही है एसीबी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एम.एन ने बताया कि आरोपी हैड कांस्टेबल नरेश के घर और आवास की तलाशी ली जा रही हैं।