नई दिल्ली:-देश में H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने समीक्षा बैठक की, जिसके बाद राज्यों को अलर्ट पर रहने और स्थिति की बारीकी से निगरानी करने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।
भारत में H3N2 वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। भारत सरकार की ओर से बताया गया है कि अभी तक देश में इस वायरस से 2 मोतें हो चुकी है, जिसमें पहली हरियाणा में और दूसरी मौत कर्नाटक में हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक बैठक आयोजित की। बैठक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने ट्वीट करते हुए कहा कि “देश में H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर समीक्षा बैठक की। राज्यों को अलर्ट रहने और स्थिति की बारीकी से निगरानी करने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। केंद्र सरकार स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम कर रही है और सभी स्वास्थ्य उपायों के लिए तत्पर है।”
हरियाणा में H3N2 के 10 मामले आए सामने
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार यानी आज बताया कि “हरियाणा में अब तक H3N2 वायरस के 10 मामले सामने आए हैं। घबराने की जरूरत नहीं है, सावधानी की जरूरत है। हम पूरी तैयारी कर रहे हैं।”
H3N2 वायरस से 1 मार्च को हुई पहली मौत
कर्नाटक में हासन जिले के अलुर तालुक के एक 82 साल के व्यक्ति की 1 मार्च को मृत्यु हो गई, जो भारत में H3N2 वायरस से मौत होने का पहला मामला है। वह बुखार, गले में खराश और खांसी से पीड़ित थे और उनमें इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) के लक्षण थे। हसन के जिला स्वास्थ्य अधिकारी (DHO) डॉ शिवास्वामी डीएन ने बताया कि उन्हें 24 फरवरी को हासन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती कराया गया था और 1 मार्च को उनकी मृत्यु हो गई।
हरियाणा में हुई H3N2 वायरस से दूसरी मौत
भारत में H3N2 वायरस से दूसरी मौत हरियाणा के 56 साल के व्यक्ति की हुई है, जो फेफड़े के कैंसर के रोगी थी। जनवरी में H3N2 वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था।