राजकोट:-दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 के बाद शनिवार को गुजरात के राजकोट एयरपोर्ट की कैनोपी गिर गई। हालांकि हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
पिछले तीन दिन में एयरपोर्ट पर इस तरह की ये तीसरी घटना है। 28 जून को दिल्ली IGI एयरपोर्ट की कैनोपी हादसे में एक कैब ड्राइवर की मौत हो गई थी, जबकि 8 लोग घायल हुए थे। वहीं मध्य प्रदेश के जबलपुर एयरपोर्ट पर 27 जून को कैनोपी गिरने से एक अधिकारी की कार क्षतिग्रस्त हो गई थी।
मानसून के शुरुआत में ही नवनिर्मित एयरपोर्ट की कैनोपी गिरने से घटिया निर्माण कार्य की पोल भी खुल गई है। क्योंकि, राजकोट में मानसून कल ही पहुंचा है। मौसम विभाग ने आज शहर में हल्की बारिश का अनुमान जताया है। सुबह 11 बजे से याग्निक रोड, रेस कोर्स रिंग रोड, कलावड रोड, त्रिकोण बाग, 150 फीट रिंग रोड, राया रोड, साधुवासवानी रोड, माधापार और मुंजका सहित शहर के इलाकों में हल्की बारिश हो रही है।
पिछले साल पीएम ने किया था उद्घाटन
राजकोट शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर इस ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन पीएम मोदी ने पिछले साल 27 जुलाई में किया था। 1,405 करोड़ की लागत से 23,000 वर्गमीटर में बने इस एयरपोर्ट पर हर घंटे 1,280 यात्रियों के संचालन की क्षमता है।
हाईटेक सुविधाओं से लैस है राजकोट एयरपोर्ट
इस एयरपोर्ट का पैसेंजर टर्मिनल इतना बड़ा है कि हर घंटे 1,280 यात्रियों का संचालन कर सकता है। एयरपोर्ट पर सोलर पावर सिस्टम, ग्रीन बेल्ट, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग जैसी सुविधाएं हैं। यहां से एयरबस ए-380, बोइंग 747, बोइंग 777 जैसे विमान उड़ान भर और लैंड कर सकेंगे।
कल दिल्ली में हुआ था हादसा
दिल्ली-NCR में बारिश की वजह से शुक्रवार सुबह 5 बजे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) के टर्मिनल-1 पर पार्किंग की छत गिर गई थी। हादसे में कार में बैठे एक कैब ड्राइवर की मौत हो गई, 8 घायल हैं। घायलों का इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा है।
दिल्ली फायर सर्विस (DFS) के अधिकारियों ने बताया- टर्मिनल-1 पर डोमेस्टिक फ्लाइट के लिए पार्किंग एरिया में सुबह गाड़ियों की लंबी लाइन लगी थी। इसी दौरान पार्किंग की छत गिर गई। छत का भारी-भरकम हिस्सा और लोहे के तीन सपोर्ट बीम भी गाड़ियों पर गिर गए। इस दौरान यहां खड़ी कारें बीम में दब गईं।
IGI एयरपोर्ट की DCP उषा रंगनानी ने बताया कि डिपार्चर गेट नंबर 1 से से गेट नंबर 2 तक फैले टर्मिनल-1 के बाहर का शेड ढह गया, जिसमें करीब 4 गाड़ियां दब गईं। DFS के असिस्टेंट डिवीजनल ऑफिसर रविंदर सिंह ने बताया कि आठ लोगों को मलबे से बचाया गया। बाहर निकाले गए एक व्यक्ति की मौत पहले ही हो चुकी थी।
वहीं, इस घटना को लेकर IPC की धारा 304A/337 के तहत मामला दर्ज किया गया है।