New Delhi : कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने राजस्थान के प्रभारी पद पर बने रहने से मना कर दिया है। उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी)के अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे गत 8 नवंबर को पत्र भेजकर कहां है कि वे राजस्थान के प्रभारी पद पर काम नहीं करना चाहते हैं । इस पत्र के बाद जयपुर से दिल्ली तक हड़कंप मच गया है।
अजय माकन ने पत्र में 25 सितंबर को गहलोत गुट के विधायकों की बगावत और उस पर कोई कार्रवाई नहीं होने का मुद्दा उठाया है। माकन ने लिखा कि दिसंबर के पहले सप्ताह में भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान आ रही है और 5दिसंबर को सरदारशहर विधानसभा का उपचुनाव हो रहा हैं। ऐसे में राजस्थान का नया प्रभारी नियुक्त किया जाना जरूरी है। भारत जोड़ो यात्रा और उपचुनाव से पहले प्रदेश प्रभारी का पद छोड़ने से कांग्रेस में नया बवाल शुरू होने की स्थिति पैदा हो गई है।
अजय माकन के पत्र के बाद अब नई राजनीतिक हलचल को देखते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष खड़के राहुल गांधी की यात्रा से पहले संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री डॉ.महेश जोशी और राजस्थान पर्यटक विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बनाने की स्थिति बन रही है। अब कांग्रेस में दिल्ली से लेकर जयपुर तक फिर खींचतान को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की राजस्थान में तैयारियों की रणनीति में नोटिस वाले नेता भी शामिल हैं। अनुशासनहीनता का नोटिस मिलने वाले धर्मेंद्र राठौड़ पिछले कई दिनों से राहुल गांधी की यात्रा के रूट वाले जिलों का दौरा कर रहे हैं। बताया जाता है कि अजय माकन तीनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं लेने के अलावा उन्हें राहुल गांधी की यात्रा की तैयारियों में आगे करने से भी नाराज हैं। माकन ने पत्र में सभी स्थितियों का जिक्र किया गया है ।
माकन के इस्तीफे के बाद अब राजस्थान के प्रभारी महासचिव को लेकर चर्चाएं जोरों पर शुरू हो गई है। नए प्रभारी के तौर पर शैलजा, अंबिका सोनीऔर संजय निरुपम के नामों की चर्चा है।