अलवर:-बैंकॉक के चैंबर ऑफ कोमर्स भवन में नौ और दस जून को दो दिवसीय साहित्य उत्सव आयोजित किया गया। इस उत्सव में अलवर राजकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. मीना गौतम ने वैश्विक परिदृश्य में हिंदी पर शोध पत्र पढ़ा। उन्होंने पत्र में विश्व स्तर पर हिंदी से जुड़े रोजगार और वैभव पर जोर दिया। डॉ. मीना गौतम को बैंकॉक में भाई भारत गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया ।
प्रोफेसर डॉ. गौतम ने कहा कि हिंदी अब विश्व की सम्पर्क भाषा के रूप में अपना स्थान बना रही है केंद्र सरकार हिंदी को विश्व में स्थापित करने की सकारात्मक पहल कर रही है पूरे विश्व में भारत के लोगों के बढ़ते वर्चस्व के कारण हिंदी की उपयोगिता और वर्चस्व रोजगार का बड़ा माध्यम बनने वाला है।
इस अवसर पर थाई भारत कल्चरल लॉज के अध्यक्ष सुनील धनुका और शिखा रस्तोगी, जापान से रमा पूर्णिमा शर्मा, केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के भाषा प्रचार विभाग के अध्यक्षप्रोफेसर उमा पति दीक्षित समेत विश्व के कई देशों की हस्तियों ने हिस्सा लिया।
उल्लेखनीय है कि थाईलैंड में कल्चरल लॉज की स्थापना गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर ने की थी। राष्ट्रनायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस भी लम्बे समय तक इस लॉज से जुड़ कर भारत को विश्व में नई पहचान दिलाने का महत्व पूर्ण कार्य करते रहे।
अलवर की राजकीय कला महाविद्यालय की प्रोफेसर डॉ मीना और आठ दिवसीय साहित्यिक और सांस्कृतिक थाईलैंड यात्रा कर स्वदेश लौट आईं हैं। विदुषी महिला प्रोफेसर ने अपने हिंदी विषय पर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में पर्चा पढ़ा। यह आयोजन थाईलैंड हिंदी परिषद की और से आयोजित किया गया था।