छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा, ‘मध्यप्रदेश में तीन परिवार की चलती है। गांधी, कमलनाथ और बंटाधार के परिवार की। तीन तिगाड़ा, काम बिगाड़ा।
आदेश गांधी परिवार का चलता है, निर्देश कमलनाथ का और गलती होती है तो चांटा दिग्विजय यानी बंटाढार पर पड़ता हैं।’ जहां जाते हैं, वहां दिग्विजय के कपड़े फाड़ते हैं। परिवार की राजनीति करने वाले देश का भला नहीं कर सकते।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, ‘इस बार मध्यप्रदेश में तीन दिवाली मनानी हैं। एक दिवाली के दिन, दूसरी मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार बनेगी तब और तीसरी दिवाली तब मनेगी, जब पीएम मोदी के कर कमलों से भगवान श्रीराम लला के मंदिर का उद्घाटन होगा।’
शाह शनिवार से तीन दिन तक मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं। इन तीन दिनों में वे विधानसभा चुनाव की समीक्षा करेंगे। अलग-अलग संभागों के बीजेपी पदाधिकारियों की बैठक लेकर जमीनी हालात को समझेंगे।
अमित शाह के भाषण की 5 बड़ी बातें…
राहुल बाबा, मंदिर बन गया, तिथि भी बता दी: आजादी के बाद से कांग्रेस राम मंदिर को लटका, भटका, अटका रही थी। जनता ने पीएम मोदी को दूसरी बार चुना। पीएम ने चुपचाप इसका भूमि पूजन कर दिया। 22 जनवरी को उद्घाटन है। राहुल बाबा हर दिन ताने देते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तिथि नहीं बताएंगे। राहुल बाबा, मंदिर बन गया, तिथि भी बता दी। जरा दर्शन करने आ जाना, आपको भी संतोष हो जाएगा।
भाई-बहन इटली मूल के, पॉजिटिव नहीं दिखेगा: कांग्रेस को कुछ पॉजिटिव नहीं दिखता। भाई-बहन चुनावी राज्यों में घूम-घूमकर पूछते हैं कि क्या हुआ? आपके मूल इटली के हैं, इसलिए आप दोनों को समझ नहीं आएगा। कांग्रेस में एकता नहीं है। जो परिवार के लिए राजनीति में हैं, वो देश का भला नहीं कर सकते हैं। दिग्विजय और कमलनाथ के लोग एक-दूसरे के कपड़े फाड़ने पर उतारू रहते हैं।
कमलनाथ से सवाल, चर्चा की चुनौती: कांग्रेस वाले कहते हैं कि आदिवासियों के लिए क्या किया? अरे भाई कमलनाथ, आपके पास कोई हिसाब-किताब नहीं। कांग्रेस के दूल्हे कमलनाथ बाबू, हिम्मत है तो पीएम मोदी के काम के मुकाबले 10% भी 50 साल में कांग्रेस ने किया है, तो बताना। आप चौराहा तय कर लो, हमारे एमपी के युवा मोर्चा अध्यक्ष चर्चा के लिए तैयार हैं।
CM शिवराज की तारीफ, गिनाए काम: शिवराज ने आदिवासियों के कल्याण के लिए ढेरों काम किए। रानी दुर्गावती स्मारक बनाया। शंकर शाह और रघुनाथ शाह की स्मृति में स्मारक बनाया जा रहा है। छिंदवाड़ा विश्विद्यालय का नाम राजा शंकर शाह रखा। हबीबगंज को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन बनाया। पातालपानी रेलवे स्टेशन को टंट्या भील के नाम से जोड़ा। उनकी स्मृति में खंडवा में स्मारक बनाया।
PM ने आतंकवाद को खत्म करने का काम किया: पीएम मोदी ने राम मंदिर, धारा 370, ट्रिपल तलाक, सर्जिकल स्ट्राइक, चंद्रयान, नई पार्लियामेंट, संसद में महिला को आरक्षण दिया। उन्होंने देश का गौरव बढ़ाया। पीएफआई जैसे दुर्दांत देशद्रोही संगठन को एक ही रात में प्रतिबंधित कर पीएम मोदी ने आतंकवाद को जिंदा करने की बची-कुची संभावनाएं भी खत्म कर दीं।
जबलपुर में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की
इससे पहले शाह शनिवार दोपहर 1 बजे जबलपुर पहुंचे। डुमना एयरपोर्ट पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें रिसीव किया। जनजातीय महानायक शंकर शाह और रघुनाथ शाह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद उन्होंने संभागीय कार्यालय में भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
राज्यसभा सांसद को बैठक में जाने से रोका
शाह की बैठक में सिर्फ चुनिंदा पार्टी पदाधिकारी को ही संभागीय कार्यालय (जबलपुर) में जाने दिया गया। संभागीय बैठक में शामिल होने जब राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि पहुंचीं तो उन्हें पुलिस ने रोक दिया। वे काफी नाराज हुईं। उन्होंने यह तक कह दिया कि कैसी ड्यूटी कर रहे हो आप लोग, एक राज्यसभा सांसद को नहीं पहचानते? पुलिस के सीनियर ऑफिसर्स आए। उनसे माफी मांगते हुए अंदर जाने दिया।
डैमेज कंट्रोल के लिए देंगे दिशा-निर्देश
बीजेपी के घोषित उम्मीदवारों के विरोध के बावजूद पार्टी ने एक भी सीट पर प्रत्याशी नहीं बदला है। इसके उलट कांग्रेस सात सीटों पर प्रत्याशी बदल चुकी है। ऐसे में कई सीटों पर बीजेपी के दूसरे दावेदार पार्टी छोड़कर निर्दलीय और अन्य दलों से चुनाव लड़ने के लिए कदम बढ़ा चुके हैं। अमित शाह संभागीय बैठकों के दौरान नाराज नेताओं को मनाने और डैमेज कंट्रोल करने को लेकर भी पदाधिकारियों को सुझाव देंगे।