टोंक:-कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और सह प्रभारी अमृता धवन शुक्रवार को पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के विधानसभा श्रेत्र टोंक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक ली।बैठक में श्रीमती धवन बोलने लगी तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पौने पांच साल में पार्टी के विधायकों,पदाधिकारियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों के दंश झेलने की पीड़ा व्यक्त करने की मांग करते हुए हल्ला किया।लेकिन राष्ट्रीय सचिव ने अजमेर की घटना की पुनरावृत्ति नही हो इसको ध्यान में रखते हुए कार्यकर्ताओ को अनुशासन की नसीहत देते हुए बोलने से रोक दिया।
भाजपा पर तंज कसते हुए अमृता धवन ने कहा कि यह भाजपा नही है कि सिर्फ प्रधानमंत्री की मन की बात ही सुनी जाती हो यह कांग्रेस पार्टी है यहां कार्यकर्ताओ की बात भी सुनी जाएगी लेकिन अलग से।इतना ही नही उन्होंने यह नसीहत भी दे डाली कि अपनी बात कहते वक्त कांग्रेस में पौने पांच साल में क्या किया यह भी बताए।
कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव अमृता धवन ने कहा है कि कांग्रेस के झंडे को ऊंचा रखते हुए अब राजस्थान का इतिहास बदलना होगा।उन्होंने कहा कि राजस्थान में अब 5-5साल की परिपाटी को खत्म करना पड़ेगा।उन्होंने कार्यकर्ताओ को हर घर कांग्रेस के झण्डा लगाने एवं पार्टी को मजबूत बनाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजस्थान के लिए ही नही देश के लिए जरूरी है।भाजपा ने देश मे नफरत का माहौल बनाया है,अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस माहौल को बदलने के लिए कांग्रेस के समर्थन में मजबूती से खड़ा होना होगा।
उन्होंने राजस्थान में कांग्रेस सरकार की योजनाओ का जिक्र करते हुए कहा कि आज प्रत्येक राजस्थानी कांग्रेस सरकार की योजनाओं व महंगाई राहत कैम्पो की तारीफ करता है।एक तरफ केंद्र की भाजपा सरकार महंगाई बढ़ा रही है दूसरी तरफ गहलोत सरकार महंगाई से राहत देने का काम कर रही है।उन्होंने कहा कि राजस्थान में महिलाओ को 500 रुपए का गेस सिलेंडर मिल रहा है।नरेंद्र मोदी की सरकार को कोसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने एक बार उज्ज्वला योजना का सिलेंडर दे दिया फिर रिफिलिंग उपभोक्ताओं को कराना महंगा पड़ रहा है। उन्होंने ईस्टन पेयजल परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की नीयत में कोई खोट नही है लेकिन भाजपा का प्रधानमंत्री धर्म,जाति एवं प्रदेश की सरकारों की पार्टी को ध्यान में रखते हुए मदद देते है।उन्होंने कहा कि यह पेयजल योजना अकेली कांग्रेस सरकार ही पूरा कर सकती थी यदि केंद्र का हस्तक्षेप नही होता तो।
उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परिवार की संज्ञा देते हुए नसीहत दी कि आप सब रीढ़ की हड्डी हो यदि आप नही हो तो हम नही है।संगठन में बैठे है आप हमें सुझाव दे कांग्रेस को कैसे मजबूती मिलें।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में अजमेर की घटना को कुछेक युवकों का आपसी का झगड़ा बताते हुए गहलोत-पायलट समर्थको की हाथापाई के रूप में प्रचारित किए जाने का ठीकरा मीडिया के माथे मढ़ने से भी नही चुकी।इतना ही नही गहलोत-पायलट विवाद पर पूरी तरह से चुप्पी साधते हुए कहा कि में कांग्रेस पार्टी की कार्यकर्ता हूँ सिर्फ कांग्रेस की ही बात करूंगी।
देवली-उनियारा विधायक हरिश्चंद्र मीणा ने कहा कि आगामी चुनाव में कार्यकर्ताओं के बिना पार्टी नही जीत पाएगी।उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओ के बल से ही हम डेढ़ सौ से अधिक सीटें जीत पाएंगे।
निवाई-पीपलू विधायक प्रशांत बैरवा ने कहा कि चार साल में कांग्रेस सरकार ने जनकल्याणकारी व विकास कार्य किए है।जिनको आमजन तक पहुंचाने का काम कार्यकर्ताओ का है।उन्होंने राजनीतिक नियुक्तियों व ब्लॉक नियुक्तियों को जल्दी किए जाने की मांग की।बैरवा ने कहा कि सबसे बड़ी कमी यह है कि कार्यकर्ताओ को चुनाव के वक्त पूछा जाता है।
बैठक में कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष लक्ष्मण गाता, जिला प्रवक्ता जर्रार खान,निवाई-पीपलू के पूर्व विधायक कमल बैरवा,पूर्व जिला प्रमुख सरोज गुर्जर, रामबिलास चौधरी, कल्ली देवी मीणा, नगर परिषद टोंक के उपसभापति बजरंग लाल वर्मा,जिला परिषद सदस्य छोगा लाल गुर्जर,पूर्व उपजिला प्रमुख अवधेश शर्मा,सूरज नारायण भट्ट,पार्षद सुनील बंसल,यूसुफ इंजीनियर,रामदेव गुर्जर,कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष खालिद खान,धर्मेंद्र सालोदिया, वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड की सदस्य माया सुवालका,कांग्रेस के जिला संगठन प्रभारी महेंद्र सिंह खेड़ी सहित काफी कार्यकर्ता मौजूद थे।