चंडीगढ़:-हरियाणा-पंजाब के बीच शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। चंडीगढ़ में मीटिंग के बाद किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि शंभू बॉर्डर खुलते ही किसान दिल्ली कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें सिर्फ सामान इकट्ठा करने में समय लगेगा, उसके बाद हम दिल्ली की तरफ रवाना हो जाएंगे।
किसानों ने किसान शुभकरण के मौत मामले में गठित स्पेशल टास्क फोर्स (SIT) को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के अधिकारी को जांच देने से इंसाफ की उम्मीद नहीं बचती।
वहीं शंभू बॉर्डर पर लगी 8 लेयर की बैरिकेडिंग फिलहाल नहीं हटेगी। 10 जुलाई को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने 7 दिन के अंदर बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे। आज इसका अंतिम दिन है, लेकिन इसको लेकर हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई है। सरकार अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है।
दिल्ली कूच के लिए पंजाब के कई जिलों से किसानों के जत्थे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में जींद से सटे खनौरी और अंबाला से लगते शंभू बॉर्डर पर पहुंचने लगे हैं। इन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में 6 माह का राशन है।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि वाटर कैनन बॉय नवदीप जलबेड़ा की रिहाई के लिए कल अंबाला में SP का घेराव किया जाएगा। सुबह 10 बजे किसान अनाज मंडी में इकट्ठे होंगे।
किसान नेता बोले- हमारी पहली प्रायोरिटी दिल्ली जाने की
किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि हमारी प्रायोरिटी दिल्ली जाने और दूसरी प्रायोरिटी राम लीला मैदान है। हमारी कोई और मंशा नहीं है। सरकार हमें जहां भी रोकती है, वे सरकार की जिम्मेदारी होगी। हमारा आंदोलन उतनी देर तक जारी रहेगा, जब तक सरकार हमारे साथ किए वादे पूरे नहीं करती। ये हमारी डिमांड नहीं हैं, सरकार की तरफ से किए गए वादे हैं। 15 सितंबर को बहुत बड़ी महापंचायत जींद के पास होगी। इसके अलावा एक महापंचायत अंबाला के पास की जाएगी। वहीं 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने की भी योजना है। दूसरी कोशिश है कि हम पंजाब में पंचायत करें।
हरियाणा सरकार ने कोर्ट को गुमराह करने का काम किया: डल्लेवाल
डल्लेवाल ने कहा कि किसानों ने कभी PIL नहीं डाली है। ये लोगों की PIL है। शुभकरण की अलग से PIL डली हुई है। जो सभरवाल साहिब हरियाणा सरकार की तरफ से पेश हुए थे, उन्होंने कोर्ट को गुमराह करने का काम किया। जजमेंट में साफ कहा था कि 17 तारीख को ये अंबाला में एसपी का घेराव करेंगे। उन्होंने ये नहीं बोला कि नवदीप को रिहा करने के लिए 17 तारीख को घेराव करेंगे। ये एक नरेटिव तैयार करते हैं। कोर्ट ने उसमें भी कहा है कि अगर आप वर्दी में हो तो आपको डरने की क्या जरूरत है। 6 फरवरी 2024 से शंभू पर बैरिकेडिंग शुरू हो गई थी। 8 फरवरी को हमारी पहली बैठक हुई। 13 फरवरी को किसानों को पहुंचना था, लेकिन उससे पहले 12 को ही 100 से अधिक आंसू गैस के गोले दागे गए थे।
डल्लेवाल बोले- षड्यंत्र रचा गया
डल्लेवाल ने कहा कि एक बात जरूरी बताना चाहता हूं कि 21 फरवरी को उनके तीन नौजवानों को उठाया गया और पीटा गया। एक को बैग में डाल कर ले गए। उसका जबड़ा, टांगें, बाजू तोड़ा गया। उसका ट्रीटमेंट अभी भी चल रहा है। वे जो हुआ, अस्पताल के अंदर उसका ट्रीटमेंट भी नहीं हुआ। हाईकोर्ट से उसे पंजाब लाना पड़ा। इस पर हरियाणा सरकार कहती है कि ये हमें खेतों में पड़ा मिला। दूसरी बार एफिडेविट दिया तो कहा कि ये नौजवान हमारे 7-8 सिपाहियों को अगवा करने की कोशिश कर रहा था। ये दोनों एफिडेविट अलग-अलग हैं। हम देख सकते हैं कि ये कैसे षडयंत्र रच रहे हैं।
हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की अवमानना की
किसान नेता ने कहा- हाईकोर्ट के आदेश में साफ लिखा है कि हरियाणा सरकार व पंजाब सरकार को रास्ता खोले। नवदीप वाला जो केस है, वे पंजाब की धरती पर हुआ है। वहां आकर एसडीएम ने खुद आकर कहा था। शुभकरण के केस में जहां जीरो एफआईआर दर्ज की गई है। उसमें बोला था कि हरियाणा सरकार एफिडेविट दायर करे। लेकिन हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना करते हुए सुप्रीम कोर्ट चली गई है।