कोटा:-कांग्रेस चुनाव का खर्चा निकालने के लिए स्कीम लाती है। चुनाव से तीन महीने पहले मोबाइल और अन्नपूर्णा पैकेट बांटना ये सब राजनीतिक गुनाह है, इसे स्कीम नहीं बोला जाता।
ये बाद असम सीएम हिमंता विश्व सरमा ने कोटा में गुरुवार को भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान कही। दरअसल, बेणेश्वर धाम से शुरू हुई बीजेपी की दूसरी परिवर्तन संकल्प यात्रा का कोटा में समापन हुआ।
शहर के नयापुरा स्टेडियम में दोपहर 2 बजे सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान शहर में आयोजित सभा में कन्हैयालाल घटना का जिक्र करते हुए कहा कि असम में ऐसी घटना होती तो उधारी समेत हिसाब चुकता कर देता।
बोले- असम में कन्हैयाललाल जैसी घटना होती तो उधारी समेत हिसाब चुकता कर देता
हिमंता ने सभा के दौरान उदयपुर के कन्हैयालाल की घटना का जिक्र करते हुए कहा- घटना असम में होती तो 5 मिनट में हिसाब चुकता कर देता। कुछ ही मिनट में दूसरे कांड की न्यूज भी टीवी पर आने लग जाती। हिसाब में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। अशोक गहलोत जैसे लोग सीट पर बैठे हैं, राहुल गांधी जैसा नेता है इस कारण आज हिंदुओं की ये दुर्दशा हुई है।
कांग्रेस कहती थी आर्टिकल 370 मत हटाओ, हल्ला हो जाएगा। जब हिंदू 80 प्रतिशत है तो आपका कौन क्या कर सकता है ? लेकिन उनको हिंदुओं को पर विश्वास नहीं है। बाबर उनका दोस्त है और उनका काम बाबर जैसा है।
बोले- चुनावी खर्चा निकालने के लिए स्कीम निकालती है
असम के सीएम बोले- मैं 22 साल कांग्रेस में रहा हूं। कांग्रेस चुनाव से पहले कोई ना कोई बांटने की स्कीम निकालती है, फिर उससे ही चुनाव का खर्चा निकाल लेती हैं।
अन्नपूर्णा पैकेट गरीबों के लिए नहीं है, ये किसी की जेब गर्म के लिए है। अगर गरीबों के लिए अन्नपूर्णा पैकेट निकलना था तो 5 साल पहले क्यों नहीं निकला कोरोना में लोगों के सामने खाने की दिक्कत थी। कोरोना काल में क्यों नहीं निकाला ?
वे बोले- चुनाव के दो दिन के 2 दिन बाद ये सब स्कीम बंद हो जाएगी, ऐसे में लोगों को क्या फायदा ? इसलिए सरकार से पूछना चाहिए राहुल गांधी कौनसा मुंह लेकर वीरों भूमि राजस्थान में आएंगे ? क्यों झूठ बोला था। पहले गंगा में डुबकी लगाओ, माफी मांगों फिर राजस्थान की धरती पर आओ।
असम में 2027 में चुनाव होने है। हमें चुनाव की टेंशन नहीं है] सरकार बनने के बाद से ही हमने 1250 रुपए महिलाओं के खाते में डालना शुरू कर दिया था। हमें चुनाव से 3 महीने पहले किसी को खुश नहीं करना।
अगर 35 दिन तक MLA को होटल में बैठाकर खाना खिलाएंगे तो विधायकों की खाने की आदत पड़ ही जाएगी और वह बाहर आकर खाते ही तो रहेंगे।
कहा- गहलोत ने जिंदगी में बहुत बड़ी भूल की है
असम सीएम हिमंता ने कहा- गहलोत ने जिंदगी में जो बहुत बड़ी भूल की। सचिन पायलट को राहुल जी के घर ले जाते। दोनों वहां चाय-पानी पीते और समझौता करते कौन सीएम होगा।
इसके कारण विधायकों को 35 दिन होटल में ठहराया और विधायकों को पता लग गया कि सीएम को ब्लैकमेल किया जा सकता है। उन्होंने बाहर आने के बाद 3 साल लोगों को खूब लूटा। लूटने के कारण आज राजस्थान का यह हाल हो गया।
वे बोले- एक बार अशोक गहलोत विधायकों को असम लेकर आए थे। तब भी मैंने उनसे कहा था। यहां लाने की क्या जरूरत थी ? सालासर बालाजी ले जाते या खाटूश्याम जी ले जाते।
उन्होंने सीएम गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि अशोक गहलोत कहते हैं कि मैं राजस्थान को हिंदुत्व नहीं होने दूंगा। अरे… भाई राजस्थान में हजारों सालों से हिंदू है। आज भी हिंदू है… जब तक चांद सूरज रहेगा तब तक राजस्थान हिंदू ही रहेगा। कांग्रेस की इजाजत से राजस्थान के लोग हिंदू नहीं बने थे। राजस्थान हिंदुओं की जन्मभूमि है।
सीएम और राहुल गांधी पर साधा निशाना
सभा में वे बोले- आपने कभी देखा है राहुल गांधी को रामलला के मंदिर पर जाते हुए। अशोक गहलोत सारे मंदिर में जाते हैं, कभी रामलला के मंदिर गए। कोई भी कांग्रेस का नेता रामलला का मंदिर जाता है क्या?
यह सभी सारे मंदिर में जाएंगे लेकिन रामलला के मंदिर में नहीं जाएंगे। क्योंकि बाबर का खून गर्म हो जाएगा। कांग्रेसी तो मंदिर में भी हिसाब करके जाते हैं। अशोक गहलोत अगर हिंदू है तो एक बार राहुल गांधी को रामलला के पास ले जाए। राजस्थान के लोगों ने औरंगजेब को नहीं छोड़ा तो बाबर को कहां छोड़ने वाले हैं।
बीजेपी के कार्यकर्ता से पूछेंगे कि भारत बड़ा है या बीजेपी पार्टी…तो वह कहेगा भारत बड़ा है। यही बात अगर कांग्रेस से पूछेंगे तो वो जल्द ही रिप्लाई नहीं देगा। कांग्रेस में सिखाया जाता है भगवान शंकर, राम, सीता का नाम नहीं बोलो पहले नेहरू, इंदिरा, राजीव गांधी फिर प्रियंका गांधी ,रॉबर्ट वाड्रा, राहुल गांधी का नाम बोलो वही उनके भगवान हैं।