सिंहासन, त्याग और संघर्ष; रामायण की मिसाल दे किस पर निशाना साध गई वसुंधरा?

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राजस्थान बीजेपी में चल रही खींचतान के बीच पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के एक ट्वीट के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर कहा- रा्मकथा में राम और भरत का त्याग देखिए। राम सिंहासन त्यागकर वन चले गए तो छोटे भाई भरत ने भी सिंहासन त्यागकर चरण पादुकाओं को राजा मानकर शासन चलाया। लेकिन आज के समय में ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। अब तो सिंहासन के लिए संघर्ष हो रहा है। राजनीतिक विश्लेषक का कहना है कि वसुंधरा राजे ने सिंहासन, त्याग और संघर्ष की मिसाल देकर वसुंधरा राजे ने एक तीर से दो निशाने साधे है। कुछ जानकार वसुंधरा का गहलोत-पायलट पर हमला बता रहे हैं, जबकि दूसरा अर्थ इसका केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के संदर्भ में लगा रहे हैं। हालांकि, वसुंधरा राजे ने किसी का नाम नहीं लिया है।

पीएम मोदी की तारीफ 

राजे ने ट्वीट किया-ये दो दिन मेरे लिए और भी मंगलप्रद तब हुए जब पूज्य मोरारी बापू के श्रीमुख से रामकथा सुनने का अवसर मिला। क्योंकि राम कथा हमें मानव कल्याण के साथ-साथ त्याग, तपस्या व सत्य की राह पर चलने की सीख देती हैं। अतः इस कथा की सार्थकता तभी है, जब हम इसे अपने व्यवहार में धारण करें। प्रधानमंत्री मोदी जी भी राम राज्य के पक्षधर हैं। तभी तो वे सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास आधारित नीति पर चलते हैं। हमें गर्व है कि प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का मंदिर अयोध्या में बन रहा है।

इशारा गहलोत-पायलट पर तो नहीं 

राजस्थान की राजनीति में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट की लड़ाई जगजाहिर है। हालांक, वसुंधरा राजे अभी तक कांग्रेस की अंदरुनी खींचतान पर खुलकर बोलने से बचती रहीं है। वर्ष 2020 में सचिन पायलट की बगावत के समय में भी वसुंधरा राजे ने चुप्पी साधे रखी। हाल ही में राजधानी जयपुर में मीडिया कर्मियों के सवाल पर वसुंधरा राजे ने गहलोत और पायलट की जंग पर चुप्पी साधे रखी। 

शेखावत-पूनिया को भी दिया सियासी मैसेज

राजस्थान बीजेपी में भी खींचतान कम नहीं है। सीएम फेस को लेकर वसुंधरा कैंप ने मोर्चा खोल रखा है। वसुंधरा गुट के नेताओं का कहना है कि राजे को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया जाए। वसुंधरा समर्थक पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत तो खुलकर मांग कर चुके हैं। वसुंधरा राजे के धुर विरोधी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और सतीश पूनिया का कहना है कि विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी ही पार्टी के चेहरा होंगे। राजस्थान की राजनीति में वसुंधरा राजे नपे तुले शब्दों में जवाब देने के लिए जानी जाती है। वसुंधरा राजे ने रामायण का हवाला देर गहलोत और पायलट के साथ-साथ अपने सियासी विरोधियों को भी राजनीतिक मैसेज दिया है। 

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