नागपुर:-महाराष्ट्र के नागपुर में तेज रफ्तार ऑडी कार ने कई गाड़ियों को टक्कर मार दी। इसमें बाइक सवार दो लोग घायल हो गए। कार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले के बेटे संकेत बावनकुले के नाम से रजिस्टर्ड है।
पुलिस के मुताबिक, घटना सोमवार (9 सितंबर) रात करीब 1 बजे की है। ऑडी कार पहले एक कार से टकराई। फिर एक बाइक को टक्कर मारी। फिर भी कार रुकी नहीं और आगे जाकर मनकापुर में एक अन्य कार को टक्कर मार दी।
कार में सवार लोगों ने ऑडी का पीछा किया और मनकापुर पुल के पास रोका। ऑडी में दो लोग सवार थे। उनकी पहचान अर्जुन हावरे और रोनित चित्तमवार के रूप में की गई। पुलिस ने अर्जुन हावरे को गिरफ्तार किया था। हालांकि, थोड़ी देर में उसे बेल भी मिल गई।
भाजपा नेता के बेटे का नाम FIR में नहीं
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, कार में भाजपा नेता का बेटा संकेत बावनकुले भी बैठा था। हालांकि, FIR में उसका नाम नहीं है। पुलिस ने सिर्फ अर्जुन और रोनित को आरोपी बनाया है। अधिकारियों का कहना है कि संकेत घटनास्थल पर मौजूद नहीं था।
पुलिस ने बताया कि अर्जुन हावरे कार चला रहा था। वह संकेत का दोस्त और पेशे से इंजीनियर है। रोनित चित्तमवार बिजनेसमैन है। वह अर्जुन के बगल में बैठा था। कार एक बीयर बार से लौट रही थी। दोनों आरोपियों के ब्लड सैंपल अल्कोहल टेस्ट के लिए भेजे गए हैं।
कांग्रेस का आरोप- भाजपा नेता का बेटा नशे की हालत में था विपक्ष का आरोप है कि कार भाजपा नेता का बेटा चला रहा था। महाराष्ट्र कांग्रेस ने X पर घटना का CCTV फुटेज शेयर करते हुए लिखा, ‘नागपुर में भाजपा के एक सीनियर नेता के बेटे ने आधी रात को नशे की हालत में चार-पांच कारों को टक्कर मार दी, जिसके बाद पूरा होम डिपार्टमेंट उस लड़के को बचाने और छुपाने में लग गया। क्या कानून व्यवस्था सिर्फ आम जनता को प्रताड़ित करने के लिए है?
संजय राउत बोले- फडणवीस होम डिपार्टमेंट नहीं चला पा रहे शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने मंगलवार (10 सितंबर) को कहा, ‘भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का बेटा नशे में था। हैरानी की बात यह है कि FIR में उसका नाम नहीं है। हादसे के बाद कार की नंबर प्लेट भी हटा दी गई थी। नागपुर के रहने वाले डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस अगर होम डिपार्टमेंट सही तरीके से नहीं चला पा रहे हैं, तो वे इस पद के लिए योग्य नहीं हैं।’
भाजपा चीफ बोले- गलत करने वाले के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने भी माना है कि गाड़ी उनके बेटे का नाम पर रजिस्टर्ड है। बावनकुले ने मंगलवार (10 सितंबर) को कहा, ‘गाड़ी चाहे मेरे बेटे के नाम पर हो या किसी अपराधी के नाम पर, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।’
बावनकुले ने एक दिन पहले सोमवार को कहा, ‘कार मेरे बेटे के नाम पर है। पुलिस को हादसे की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। न्याय किसी के लिए भी अलग-अलग नहीं है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। चाहे कोई राजनीति से संबंध ही क्यों न रखता हो, कानून सभी के लिए समान होना चाहिए।’