जयपुर:-राजस्थान लोक सेवा आयोग के पेपर लीक मामले में फंसे सदस्य बाबूलाल कटारा को लेकर प्रदेश की सरकार सख्त नजर आ रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में साफ कहा है कि सरकार युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वाले व्यक्ति को सख्त सजा दिलवाना सुनिश्चित करेगी। फिर चाहे वह कोई भी हो और किसी भी स्तर का व्यक्ति हो।
मुख्यमंत्री के इस बयान को आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा से जोड़ कर देखा जा रहा है। उन्हें राजस्थान की एसओजी ने तमाम सबूतों और बयानों के आधार पर हिरासत में लिया है। प्रदेश के सेकंड ग्रेड टीचर पेपर लीक के मामले को लेकर दो अन्य आरोपियों को भी एसओजी ने हिरासत में लिया है। इन सभी को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सेकंड ग्रेड टीचर पेपर लीक के मामले में एसओजी ने उदयपुर के बेकरिया थाने में दर्ज अभियोग के तहत आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा, आरपीएससी में चालक गोपाल सिंह तथा बाबू लाल कटारा के भांजे विजय कटारा को निरुद्ध किया गया है। तीनों से गहन पूछताछ की जा रही है। इनसे प्रश्नपत्र आरपीएससी सदस्य द्वारा किस तरह अभियुक्त शेर सिंह को दिया गया, इस बारे में पूछताछ की जा रही है।