ट्रस्ट की महिला सुरक्षाकर्मियों ने मानव श्रंखला बनाकर कराया सुरक्षित प्रसव
मेहंदीपुर बालाजी (दौसा ) : मेहंदीपुर बालाजी में यूपी के कासगंज से आज बालाजी दर्शनों को आई एक 22 वर्षीय महिला रोशनी ने बालाजी मंदिर के आगे अचानक प्रसव पीड़ा शुरू होने से मौके पर बीच सड़क पर नन्हीं परी को जन्म दिया है। वहीं महिला के अचानक से प्रसव पीड़ा शुरू होने का पता जैसे ही वहां मौजूद मंदिर ट्रस्ट की महिला सुरक्षाकर्मीयों को पता चला तो उन्होंने प्रसव पीड़ित महिला के चारों ओर पर्दा लगाकर उसे प्रसव कराया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने मौके पर एंबुलेंस को सूचना कर दी। लेकिन प्रसव होने के करीब 30 मिनट बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची। इस दौरान मंदिर ट्रस्ट की महिला सुरक्षाकर्मियों के सहयोग से महिला और उसके साथ मौजूद उसकी सास को बच्ची के साथ एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया।
उत्तर प्रदेश के कासगंज से रोशनी सास ससुर के साथ आई थी बालाजी दर्शन को
प्राप्त जानकारी के अनुसार रोशनी पत्नी जितेंद्र श्रीवास्तव (22) निवासी कासगंज अपनी सास विमला और ससुर भवन सहाय के साथ आज रात बालाजी दर्शनों के लिए आई थी। जो अपनी सास के साथ आज सुबह बालाजी दर्शनों के लिए निकली थी। लेकिन इसी दौरान दर्शनों की लाइन में लगने से पहले ही महिला को मंदिर परिसर क्षेत्र की कलकत्ता वाली धर्मशाला के सामने प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर ट्रस्ट की महिला सुरक्षाकर्मियों ने किया सहयोग
इस दौरान महिला के शुरू हुई प्रसव पीड़ा को देखकर पहले से वहां मौजूद महिला सुरक्षाकर्मियों ने महिला के चारों ओर मानव श्रंखला बनाकर पर्दा लगा लिया। ओर अन्य महिला सुरक्षाकर्मियों ने महिला को सुरक्षित प्रसव करवाया। इस दौरान महिला ने बच्ची को जन्म दिया। वहीं रोड़ पर ही महिला के प्रसव होने की सूचना मिलने पर मौके पर स्थानीय लोगों सहित श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई। जिसे ट्रस्ट के गार्डों ने मौके से हटाया।
जच्चा सही बच्चे की हालत बताई जा रही नाजुक
इस दौरान डॉक्टर अमर सिंह मीना ने बताया की जच्चा स्वास्थ है। लेकिन समय से पहले डिलीवरी होने के कारण बच्चा कमजोर स्तिथि में है। ऐसे में उन्होंने बताया की महिला की डिलीवरी को अभी 8 महीने भी पूरे नहीं हुए। इस कारण बच्चा कमजोर है। अगर बच्चे ने ब्रेस्ट फीड नहीं किया तो जच्चा बच्चा को आगे रैफर किया जा सकता है।
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